Malegaon blast case, sensational allegations of witnesses on ATS

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    मालेगांव : 3 फरवरी को मालेगांव विस्फोट (Malegaon Blast) मामले की सुनवाई मुंबई (Mumbai) की एक विशेष एनआईए अदालत (NIA Court) में हुई। इस बार एक और गवाह अपने जवाब से मुकर गया। उसने एटीएस (ATS) पर सनसनीखेज आरोप (Sensational Allegations) लगाया। इस मामले में अब तक करीब 17 गवाहों ने अपने जवाब बदले हैं। गवाह ने आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) के सामने दिया गया बयान वापस ले लिया। 

    शुरू में ATS ने ही इस मामले की जांच की थी। इस से पहले भी 2 बार गवाह अपने बयान बदल चुके हैं।  इस बार भी एक गवाह भी कोर्ट में अपने बयान से पलट गया है।  मालेगांव विस्फोट मामले में कल मुंबई की विशेष एनआईए अदालत में मौजूद गवाह वेदने ने अपना जवाब बदल दिया। “एटीएस पुलिस ने मुझे जबरन घर से निकाला, 3 से 4 बार ले गए और 3 से 4 दिनों तक गैर कानूनी रूप से हिरासत में रखा। हिरासत में की गई पिटाई के कारण मेरा एक कान घायल हो गया। एक रात करीब दो-तीन बजे मेरे सिर में बंदूक से गोली मारने की कोशिश की गई। यह सब मुझे आरएसएस संगठन और उसके पदाधिकारियों के नाम बताने के लिए मजबूर करने के लिए किया गया” वेदने ने ऐसा सनसनीखेज आरोप एटीएस पर लगाया। 

    क्या है पूरा मामला

    मालेगांव विस्फोट का 29 सितंबर, 2008 को मुंबई से 200 किलोमीटर दूर उत्तरी महाराष्ट्र के मालेगांव में एक मस्जिद के पास एक धमाका हुआ था जिसमे 6 लोगो की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा लोग ज़ख़्मी हुए थे।