कांग्रेस की विधानसभा सीट पर NCP का दावा, जानिए क्या है मामला

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चांदवड : चांदवड़ (Chandvad) और देवला (Devla) दोनों तहसीलों में एक बड़ा तबका सांसद शरद चंद्र पवार (MP Sharad Chandra Pawar) को चाहने वाला है। इसके चलते दोनों तहसीलों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) का संगठन अन्य राजनीतिक दलों की तुलना में काफी मजबूत है। चूंकि यहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार पहले भी चुना जा चुका है, ऐसे में अगर आगामी विधानसभा सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पार्टी के लिए छोड़ दी जाए तो विजय जरूर मिलेगी। इसके लिए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल से चांदवड़ देवला विधानसभा की उम्मीदवारी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को देने की मांग की। 

यहां जे. आर. जे. स्कूल के सांस्कृतिक सभागार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयवंत पाटिल की अध्यक्षता में चांदवड़ देवला विधानसभा क्षेत्र के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की समीक्षा बैठक हुई। जिसमें पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने आगामी विधानसभा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को सीट देने की मांग की। इस बैठक में पूर्व सांसद समीर भुजबल, पूर्व विधायक उत्तमबाबा भालेराव, तालुका अध्यक्ष डॉ. सयाजीराव गायकवाड़, विजय जाधव, जिला अध्यक्ष रवींद्र पगार, महिला जिला अध्यक्ष प्रेरणा बलकवड़े, युवा जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम कडलग आदि उपस्थित थे। 

बैठक की शुरुआत में क्षेत्रीय अध्यक्ष पाटिल ने तालुक प्रमुखों को आड़े हाथों लिया। तालुका में कितने सक्रिय सदस्य हैं, बूथ समितियों की कुल संख्या, गांव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष ने एक घंटे तक इस गतिविधि की विस्तृत जानकारी ली। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए चांदवड़ और देवला तहसीलों में पार्टी संगठन बढ़ाएं, पार्टी के लक्ष्यों और नीतियों को नागरिकों तक पहुंचाएं, गांवों में पार्टी संगठन को मजबूत करें। हो सकता है आगामी सभी चुनावों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अकेली रहेगी। शरद चंद्र पवार तय करेंगे कि महाविकास आघाड़ी के साथ जाना है या स्वतंत्र रहना है। इसलिए अब प्रदेश अध्यक्ष जयवंत पाटिल ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि पार्टी कैसे आगे बढ़े, इस पर ध्यान दिया जाए। 

पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद

इस बैठक में सुनील कबाडे, मधुकर टोपे, खंडेराव अहेर, रघुनाथ अहेर, अनिल काले, साधना पाटिल, चित्रा शिंदे, कल्पना शिरसाठ, शिवाजी सोनवाने, सुखदेव जाधव, सुभाष शिंदे, डॉ. दिलीप शिंदे, प्रकाश शेल्के, अरुण न्याहारकर, शाहजी भोकानल, दत्ता वक्चौरे, अनिल पाटिल, विक्रम जगताप, शैलेश ठाकरे, वसंतराव पगार, सहित अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।