Onion Protest Nashik

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नासिक: महाराष्ट्र के नासिक (Nashik) में प्याज निर्यात पर रोक (Onion Export Ban) के मुद्दे पर राज्य किसान संघ आक्रामक हो गया है। राज्य प्याज किसान संघ के संस्थापक अध्यक्ष भरत दिघोले ने सीधी चेतावनी दी है कि प्याज पर लगे निर्यात प्रतिबंध को तुरंत हटाएं, अन्यथा राज्य भर में ‘रास्ता रोको’ (Rasta Roko), ‘रेल रोको’ जैसा जोरदार आंदोलन (Andolan) किया जाएगा। 

10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान
प्याज की बाजार कीमत को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने 7 दिसंबर को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। प्याज की कीमत औसतन 3 से साढ़े तीन हजार रुपये और अधिकतम 4 हजार रुपये थी। एक हजार रुपये के करीब पहुंचने से राज्य के प्याज किसानों को 5 से 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। 

किसानों को मिल रहा है 5-7 रूपये का दाम 
घरेलू मांग की तुलना में सोलापुर, पुणे, नगर और नासिक जिलों में बड़ी मात्रा में प्याज की आवक हो रही है। प्याज की कीमत औसतन 500 से 700 रुपये मिल रही है। कुछ बाजार समितियां आय में बढ़ोतरी दिखाने के लिए 1000 से 1100 रुपये तक फर्जी रेट लगवा रही हैं। 

किसान परेशान, आंदोलन की चेतावनी  
प्याज निर्यात प्रतिबंध से किसानों को भारी नुकसान हुआ। किसानों के आर्थिक नुकसान को रोकने के लिए केंद्र सरकार को प्याज पर लगे निर्यात प्रतिबंध को तत्काल हटाना होगा, अन्यथा राज्य प्याज उत्पादक संघ राज्य भर के प्याज उत्पादकों के साथ रास्ता रोको, रेल रोको जैसे जोरदार आंदोलन करेगा, ऐसी चेतावनी दिघोले ने दी है। 

बिगड़ रहा है बाजार का समीकरण 
गणेश निंबालकर, जिला प्रमुख, प्रहार एसोसिएशन, नासिक ने बताया केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है ताकि उपभोक्ताओं को सस्ता प्याज मिल सके। इसका सीधा असर अंगूर के बाजार भाव पर पड़ रहा है। प्याज निर्यात पर प्रतिबंध के कारण बांग्लादेश को ऊंचे दामों पर प्याज खरीदना पड़ रहा है। अतिरिक्त पैसा देना पड़ता है, इसलिए यह वसूली बांग्लादेश से अंगूर पर आयात शुल्क के माध्यम से की जा रही है। बांग्लादेश में व्यापारियों से कम कीमत पर अंगूर खरीदा जा रहा है और केंद्र सरकार की नीति से प्याज उत्पादकों और अंगूर उत्पादकों को नुकसान हो रहा है।