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    नाशिक : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) के मंत्रिमंडल (Cabinet) में नाशिक जिले से किसे प्रतिनिधित्व (Representation) मिलेगा, इसे लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। राज्य के अन्य हिस्सों की तुलना में नाशिक की स्थिति बहुत अलग है, यहां खुले तौर अभी तक दो ही नाम ऐसे सामने हैं, जिनके बारे में यह कहा जा सकता है कि ये एकनाथ शिंदे के साथ हैं, ये जो दो नाम हैं, वे हैं मालेगांव के विधायक दादा भुसे और दूसरा नाम नांदगांव के विधायक सुहास कांदे का, इस दोनों में से एक दादा भुसे जो पूर्ववर्ती महाविकास आघाड़ी सरकार में कैबिनेट दर्जे के मंत्री थे, उन्हें कृषि मंत्री दिया गया था, उनका नाम एकनाथ शिंदे की सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में तय माना जा रहा है। शिंदे के समर्थन में खुलकर सामने आए शिंदे गुट के दूसरे नेता हैं नादगांव के विधायक सुहास कांदे। कांदे शिंदे की सरकार में मंत्री बनने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं। नांदगांव के विधायक के रूप में सुहास कांदे की जबर्दस्त पकड़ हैं और उनकी मुख्यमंत्री से निकटता के आधार पर यह माना जा रहा है कि सुहास कांदे की मंत्री के रूप में लॉटरी लग सकती है।

    मंत्री पद किसे मिलेगा, इसको लेकर तस्वीर साफ नहीं 

    शिंदे सरकार में शामिल बीजेपी की ओर से नाशिक जिले से किसे मंत्री पद मिलेगा, इसके बारे में चित्र अभी तक स्पष्ट नहीं है। हालांकि बीजेपी की ओर से चार नाम सामने आ रहे हैं, ये चार नाम हैं प्रा. देवयानी फरांदे, सीमा हिरे, डॉ. राहुल आहेर और एड राहुल ढिकले। इन चारों में खुले तौर पर किसे मंत्री पद मिलेगा, इस बारे में तस्वीर साफ नहीं हुई है। लगातार दो बार विधानसभा चुनाव जीतने वाली प्रा. देवयानी फरांदे की बीजेपी में एक निष्ठावान नेता के रूप में पहचान बनी हुई है। लेकिन कहा जा रहा है कि देवयानी फरांदे के नाम को लेकर सहमति नहीं बन पाएगी। फरांदे के अलावा बीजेपी खेमे से जो दूसरा नाम सामने आ रहा है, वह नाम है सीमा हिरे का, ये भी लगातार दो बार विधानसभा चुनाव जीत चुकी हैं। 

    नाशिक में बीजेपी की जडें मजबूत करने में पोपट राव हिरे परिवार का अहम योगदान रहा है, इसलिए बहुत संभव है कि सीमा हिरे को शिंदे सरकार में कैबिनेट स्तर का मंत्री पद मिले जाए। वैसे हिरे परिवार के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी अच्छे रिश्ते हैं, इस लिहाज से भी सीमा हिरे को मंत्री पद मिलने के आसार नजर आ रहे हैं। 

    स्वच्छ छवि के राजनेता

    मंत्रिमंडल में नाशिक जिले से बीजेपी की ओर मंत्री पद के लिए जो दो अन्य नाम सामने आ रहे हैं, वे हैं डॉ. राहुल आहेर और एड राहुल ढिकले, इन दोनों नेताओं की ओर से मंत्रिमंडल में स्थान पाने की होड़ मची हुई है। चांदवड-देवला के विधायक डॉ. राहुल आहेर के पिता डॉ. दौलत राव आहेर भी बीजेपी के पुराने दिग्गज नेता रह चुके हैं। राहुल आहेर दो बार लगातार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। ये बिल्कुल स्वच्छ छवि के राजनेता हैं, इस पर किसी भी तरह का दाग नहीं है और बड़े विनम्र स्वभाव के नेता माने जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में इनका अच्छा दबदबा है और वहां के लोगों की इच्छा है कि एकनाथ शिंदे की सरकार में इन्हें कैबिनेट मंत्री पद प्राप्त हो। बीजेपी खेमे से एकनाथ शिंदे की सरकार में नाशिक जिले का प्रतिनिधित्व पाने के लिए एड राहुल ढिकले की ओर से भी प्रयास किए जा रहे हैं। एड ढिकले के न केवल देवेंद्र फडणवीस से अच्छे रिश्ते हैं, बल्कि ये बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरीश महाजन से भी करीबी माने जाते हैं। अब देखना यह है कि बीजेपी के इन विधायकों में से मंत्री पद किसे प्राप्त होता है। 

    आज तय हो सकता है नाम

    मुख्यमंत्री 30 जुलाई को नाशिक जिले के दौरे पर आ रहे हैं। बहुत संभव है कि मुख्यमंत्री उस दिन नाशिक जिले से किसे प्रतिनिधित्व दिया जाए, उस पर विचार कर नाम तय कर लेंगे, लेकिन दादा भुसे से निकटता, सबसे पहले उनसे साथ आने की घोषणा, 25 वर्ष के पुराने रिश्ते इन सबको ध्यान में रखते इस बात की पूरी संभावना है कि मुख्यमंत्री नाशिक से दादा भुसे का नाम तय कर देंगे, जहां तक बीजेपी का सवाल है कि मंत्रिमंडल में बीजेपी की ओर से नाशिक का प्रतिनिधित्व किसे दिया जाए, यह तो उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही तय करेंगे। फडणवीस जिसका नाम तय करेंगे, उसे नाशिक से बीजेपी की तरफ से एकनाथ शिंदे के मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा।