Navi Mumbai, Crime, Maharashtra

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पिंपरी: पिछले कुछ दिनों में बढ़ते अपराध के कारण पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) की उद्योगनगरी असुरक्षित बन गई है। दो सप्ताह पहले बीच राह में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP)के सरपंच (Sarpanch) की निर्मम हत्या (Murder) की वारदात ने तो सभी का दिल दहला दिया। इस पृष्ठभूमि पर आपराधिक वारदातों का जायजा लेने पर जनवरी से मार्च तक महज तीन माह में शहर में हत्या की 14 वारदातें होने की जानकारी सामने आयी है। इन तीन माह में 69 दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं। इसके अलावा लूटपाट की 93 और दंगे की 40 घटनाएं हुई हैं। बढ़ते अपराध ने लोगों में भय और दहशत का माहौल बना दिया है।

पिछले कुछ दिनों में शहर में सरेआम हत्या, हत्या के प्रयास, जानलेवा हमला, सार्वजनिक स्थानों पर हथियारों से दहशत फैलाना, सड़कों पर डकैती और महिलाओं से छेड़खानी की घटनाओं में इजाफा हुआ है। इन तमाम घटनाओं से पुलिस व्यवस्था के काम पर सवाल उठ रहे हैं। 

चार साल पहले स्वतंत्र पुलिस आयुक्तालय की स्थापना 

पिंपरी-चिंचवड शहर में आबादी के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए चार साल पहले स्वतंत्र पुलिस आयुक्तालय की स्थापना की गई थी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यहां कानून व्यवस्था बरकरार रहें। आयुक्तालय के पीछे मुख्य उद्देश्य शहर में अपराध को कम करना, अपराधियों को रोकना, शहर के नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और भयमुक्त वातावरण बनाना था। हालांकि अपराध के बढ़ते ग्राफ से यह उद्देश्य सार्थक होता नजर नहीं आ रहा है।

वाहनों में तोड़फोड़ की गई 

करीब दो हफ्ते पहले प्रतिशिर्डी के नाम से मशहूर शिरगांव में साईं मंदिर के सामने एनसीपी के सरपंच प्रवीण गोपाल की निर्मम हत्या कर दी गई थी। भीड़-भाड़ वाली जगह पर हुई इस हत्या से दहशत फैल गई है। चिंचवड में ड्यूटी पर तैनात एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी पर कार चढ़ाकर जान से मारने की कोशिश की गई। फुगेवाड़ी में ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिस अधिकारी के साथ बदसलूकी की गई। इसके अलावा लूटपाट, चाकूबाजी, दो गुटों में मारपीट और तोडफ़ोड़ जारी है। शहर और आसपास के इलाकों में वाहन तोड़फोड़ की घटनाएं पुलिस के लिए सिरदर्द बनी हुई हैं। पुलिस पूर्व में इन घटनाओं को रोकने में सफल रही थी। हालांकि इन घटनाओं ने एक बार फिर सिर उठा लिया है। हाल ही में भोसरी, वाकड और चिखली इलाके में वाहनों में तोड़फोड़ की गई है। 

चिखली में नाबालिग लड़की की हुई हत्या

चिखली में नाबालिग लड़की पर 22 वार कर उसकी हत्या करने वाले दोनों नाबालिग आरोपी पुलिस रिकॉर्ड में हैं। शहर में कई अपराधी जेल से छूटने के बाद दोबारा अपराध करते हैं। पुलिस ऐसे अपराधियों को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपाती है। हालांकि पुलिस तंत्र ऐसे अपराधों को होने से रोकने के लिए काम करता नहीं दिख रहा है। पैदल, साइकिल, वाहन गश्त,  साथ ही नाकाबंदी के चलते समाज में पुलिस का वजूद  दिखाई देता है। इससे अपराधियों पर दबाव बना रहता है। इसी पृष्ठभूमि में सीमा पर अचानक नाकाबंदी के संबंध में पूर्व में वरिष्ठों द्वारा आदेश दिए जा चुके हैं

चालू वर्ष अपराध की घटनाएं (जनवरी से मार्च 2023)

  • हत्या 14, हत्या का प्रयास 22, बलात्कार 69, डकैती 93, दंगा 40, छेड़छाड़ 125

गत वर्ष अपराध की घटनाएं

  • हत्या 80, हत्या का प्रयास 115, बलात्कार 243, डकैती 461, दंगा 173, छेड़छाड़ 442

वर्ष 2021 में अपराध की घटनाएं

  • हत्या 85, हत्या का प्रयास 122, बलात्कार 171, डकैती 272, दंगा 169, छेड़छाड़ 351