Uddhav
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पिंपरी: चिंचवड विधानसभा उपचुनाव (Chinchwad Assembly By-Election 2023) में महाविकास आघाड़ी (Mahavikas Aghadi) की बजाय बागी प्रत्याशी का प्रचार करने के आरोप तले शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट (Shiv Sena Uddhav Thackeray Faction) के आठ नेता और पदाधिकारियों को पार्टी से निष्कासित किए जाने की घोषणा हालिया की गई थी। हालांकि अब यह कार्रवाई करनेवाले शहर प्रमुख एड. सचिन भोसले और जिला प्रमुख एड. गौतम चाबुकस्वार औंधे मुंह जा गिरे हैं क्योंकि पार्टी के शीर्ष स्तर से सूचित किया गया है कि वे सभी आठ पदाधिकारी शिवसेना में ही हैं। 

पार्टी के मुखपत्र में इसकी खबर भी प्रसारित हुई है। इस खुलासे के बाद शिवसेना (ठाकरे गुट) बागी प्रत्याशी राहुल कलाटे के साथ रहने के संकेत मिल रहे हैं। बहरहाल इस खुलासे से शहर में शिवसैनिकों का मनोबल बढ़ गया है।

निष्कासन की खबर गलतफहमी में फैली

शिवसेना ठाकरे गुट के जिलाप्रमुख गौतम चाबुकस्वर और शहर प्रमुख सचिन भोसले ने हाल ही में एक बयान में कहा कि शिवसेना के आठ पदाधिकारियों को पार्टी विरोधी गतिविधियों को करने के आरोप में पार्टी से निष्कासित किया गया है। मगर शिवसेना के वे सभी पदाधिकारी अब भी पार्टी में हैं और उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे वे ईमानदारी से निभाएंगे। उनके निष्कासन की खबर गलतफहमी में फैली। 

 कालाटे को शिवसेना के समर्थन का संकेत!

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आदेशानुसार सभी पदाधिकारी पार्टी में रहने की जानकारी शिवसेना केंद्रीय कार्यालय से जारी एक पत्र के जरिए दी गई है। उन आठ नेताओं में चिंचवड विधानसभा संगठक अनिता तुतारे, उपशहर संगठक रजनी वाघ, विभाग संगठक शिल्पा आनपान, उपशहरप्रमुख नवनाथ तरस, विभागप्रमुख प्रशांत तरवटे, हनुमंत पिसाल, पिंपरी विधानसभा संगठक गणेश आहेर, रवि घाटकर का समावेश है। शिवसेना नेतृत्व के खुलासे से कालाटे को शिवसेना के समर्थन का संकेत मिल गया है और महाविकास आघाड़ी प्रत्याशी नाना काटे की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।