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    पिंपरी : नियमानुसार माथाडी मजदूरों (Laborers) के वेतन (Salary) की बजाय अतिरिक्त पैसे वसूलने के गुस्से में एक माथाडी मुकादम की बीयर की बोतल से वार कर हत्या कर दी गई। यह घटना बुधवार की रात पौने 10 बजे के करीब पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) से सटे मावल तालुका में पवना बांध पाइपलाइन योजना (Pawana Dam Pipeline Scheme) के लिए बोऱ्हाडेबस्ती के सामने साते में रखे गए पाइप के स्टॉक के पास घटी है। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 

    ज्ञानोबा पांडुरंग मुजुमले (55, निवासी कोंडणपुर, हवेली, पुणे) ऐसा इस घटना के मृतक का नाम है। इस हत्या के मामले में पुलिस ने रणजित राजेंद्र देशमुख (24), सचिन रमेश बंदीछोडे (20), और ऋतिक सोमनाथ डोंगरे (21, सभी निवासी वडगांव, मावल, पुणे) नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें अदालत में पेश करने पर वडग़ांव मावल न्यायालय ने तीनों को सोमवार तक पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया है।

    इस बारे में पुलिया निरीक्षक विलास भोसले से मिली जानकारी के अनुसार, ज्ञानोबा मुजुमले टाटा कंपनी चिंचवड पुणे में माथाडी मुकादम थे आरोपी रणजित देशमुख को मेघना कंपनी से टाटा मोटर्स कंपनी को माल ट्रांसपोर्टेशन का काम मिला था। मुजुमले उससे माथाडी नियमों की बजाय पैसे वसूल रहा था। ये पैसे कम करने के लिए वह तैयार नहीं थे। इस पर रणजीत ने उन्हें मासिक दो लाख रुपए देने का प्रस्ताव दिया। इस मुजुमले ने सोच कर बताने की बात कही। 

    16 मार्च की शाम साढ़े पांच बजे ज्ञानोबा मुजुमले को आरोपी रणजित देशमुख, सचिन बंदीछोडे और ऋतिक डोंगरे ने के एस बी चौक में मिलकर लोनावला में पार्टी देने की बात कही और रणजीत उनकी कार और अन्य आरोपी अपनी कार में बैठकर निकले। रणजित देशमुख ने ब्राम्हणवाडी साते गांव की सीमा में धनंजय नवलाखा की जगह जहां पवना पाइपलाइन योजना के लिए पाइप रखे थे वहां मुजुमले को ले गया। यहां शराब पीने के दौरान पैसों को लेकर उनके बीच पुनः विवाद हुआ। यह विवाद बढ़ गया और उन्होंने मुजुमले के सिर में पत्थर मारा फिर बीयर की बोतल फोड़कर उसकी छाती में घोंपकर उसकी हत्या कर दी। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम चंद घंटों में तीनों आरोपियों को धरदबोचा।