mumbai club
Representative Photo

    Loading

    पिंपरी: पिंपरी-चिंचवड समेत समस्त मावल तालुका के लोगों की प्यास बुझाने वाले पवना बांध में 12 अगस्त तक के लिए पर्याप्त पानी है। शहर में पिछले ढाई साल से पानी की सप्लाई एक दिन छोड़कर की जा रही है। अगर अगले 8 दिनों तक बारिश नहीं हुई तो पानी की कटौती (Water Cut)करनी होगी। हालांकि पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कटौती का मतलब है कि पानी छोड़ने का समय कम हो जाएगा। जलापूर्ति विभाग ने इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया है।

    पवना बांध में वर्तमान में केवल 17.79 प्रतिशत जल संग्रहण है। बांध में वर्तमान जल संग्रहण और वर्तमान वर्षा को ध्यान में रखते हुए पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका को दैनिक आधार पर बहुत कम पानी का उपयोग करना चाहिए। अगर रोजाना पानी की खपत इसी तरह जारी रही और बारिश नदारद रही तो पानी की गंभीर किल्लत होने की संभावना है। इसके लिए सिंचाई विभाग ने महानगरपालिका प्रशासन को पानी की मात्रा कम करने का निर्देश दिया है। इसी क्रम में महानगरपालिका जलापूर्ति विभाग की बैठक हुई। इसमें पानी की कटौती करने के मुद्दे पर चर्चा की गई।

    एक दिन छोड़कर की जा रही जलापूर्ति 

    जलापूर्ति विभाग के सह शहर अभियंता श्रीकांत सवणे ने कहा कि 25 नवंबर 2019 से शहर में एक दिन छोड़कर जलापूर्ति की जा रही है। जून माह बीतने के बाद भी बारिश नदारद है। 8 दिन और बारिश का इंतजार है।  बारिश शुरू हो गई है। इसलिए बांध क्षेत्र में बारिश होगी। हालांकि अगर अगले 8 दिनों तक पर्याप्त बारिश नहीं होती है तो पानी की कटौती करनी ही होगी। महानगरपालिका ने जलापूर्ति के लिए जोन बनाए हैं। ये जोन जनसंख्या, क्षेत्रफल के आधार पर बनाए गए हैं। उसी के अनुसार, जलापूर्ति का समय तय किया जाता है और पानी की आपूर्ति की जाती है। वह क्षेत्र जिसमें लंबे समय तक पानी की आपूर्ति की जाती है। उस क्षेत्र में उसका समय कम हो जाएगा। यानी सिर्फ समय में कटौती की जाएगी। पवना बांध से महानगरपालिका प्रतिदिन केवल 510 एमएलडी पानी ही निकालेगा। इसे कम नहीं किया जाएगा।