Sanjay Raut Called Navneet Rana Dancer
नवनीत राणा और संजय राउत (फोटो: सोशल मीडिया)

उद्धव ठाकरे गुट के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने अमरावती लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार नवनीत राणा को 'डांसर' कहकर विवाद खड़ा कर दिया।

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मुंबई. शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बृहस्पतिवार को अमरावती लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार नवनीत राणा को ‘डांसर’ कहकर विवाद खड़ा कर दिया। अभिनय जगत से राजनीति में आईं राणा पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती लोकसभा सीट से 2019 में बतौर निर्दलीय निर्वाचित हुई थीं और इस बार वह भाजपा के टिकट से इस सीट पर चुनाव लड़ रही हैं।

राउत ने कहा, “लोकसभा चुनाव डांसर या ‘बबली’ (एक फिल्म का चर्चित किरदार) के खिलाफ नहीं है बल्कि यह लड़ाई महाराष्ट्र और मोदी के बीच है। वह डांसर हैं (नर्तकी), और पर्दे पर अभिनेत्री जो कुछ प्रेम भाव दिखाएंगी लेकिन उनके झांसे में नहीं आएं।”

शिवसेना (यूबीटी) नेता एवं राज्यसभा सदस्य राउत ने यह टिप्पणी अमरावती में राणा के खिलाफ महाराष्ट्र विकास आघाडी (एमवीए) की घटक कांग्रेस के उम्मीदवार बलवंत वानखेड़े के पक्ष में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए की। भाजपा के खिलाफ मुखर राउत ने जनता से राणा को हराने की अपील की।

शिवसेना नेता ने कहा, “उन्होंने मातोश्री (शिवसेना-यूबीटी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के मुंबई स्थित आवास) में जबरन (2022 में विरोध प्रदर्शन के दौरान) दाखिल होने की कोशिश की। उन्होंने हमें चुनौती दी और हिंदू धर्म के बारे में गलत बातें की। यह शिवसेना समर्थकों की प्राथमिक कर्तव्य और नैतिक जिम्मेदारी है कि वे उन्हें हराएं।”

अमरावती विदर्भ क्षेत्र का हिस्स है और यहां पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा। राउत की टिप्पणी पर तीखी प्रतक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना की मनीषा कायंदे ने कहा, “भाजपा सांसद हेमा मालिनी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने वाले कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला की तरह, संजय राउत पर भी निर्वाचन आयोग द्वारा कार्रवाई की जानी चाहिए।”

निर्वाचन आयोग ने हेमा मालिनी पर कथित अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में सुरजेवाला के 48 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी थी। कायंदे ने कहा, “निर्वाचन आयोग को राउत पर चुनावी रैलियों को संबोधित करने को लेकर रोक लगानी चाहिए और उन्हें सबक सिखाना चाहिए। पूरे अभियान अवधि के दौरान राउत को मीडिया में कोई भाषण या साक्षात्कार देने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।” (एजेंसी)