मुंबई. महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आउट ऑफ कंट्रोल हो गई हैं। रोजाना 45 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं, जिसे देखते हुए रविवार को महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में कुछ अहम फैसले लिए हैं। जिसके तहत राज्य में लॉकडाउन के जगह कड़े नियम लागू होंगे। साथ ही बड़ी फिल्मों की शूटिंग की इजाजत नहीं होंगी।
वीकेंड को टोटल लॉकडाउन
कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए आज महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में जरूरी फैसले लिए गए। राज्य में लॉकडाउन के जगह कड़े नियम लागू होंगे। नई गाईडलाइन्स के अनुसार राज्य में वीकेंड यानी सप्ताह में शुक्रवार रात 8 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक लॉकडाउन रहेगा। हालांकि इस दौरान सिर्फ जरुरी सेवाओं को इजाजत रहेगी। सभी पाबंदियां सोमवार रात 8 बजे से लागू होंगी।
होटल, रेस्टोरेंट से सिर्फ पार्सल
नए आदेशों के अनुसार होटल, रेस्टोरेंट में जुटने की इजाजत नहीं होंगी। इसका मतलब इन जगहों पर बैठकर खाना खाने के लिए इजाजत नहीं होंगी, लेकिन होटल, रेस्टोरेंट से खाना पार्सल ले जाया जा सकेगा। डिलीवरी बॉय आपके घर खाना डिलीवर कर पाएगा।
ट्रांसपोर्ट सेवा शुरू
दिन में गाड़ियां चलेंगी लेकिन रिक्शा में 1 ड्राइवर और 2 लोगों को अनुमति है। टैक्सी 50 प्रतिशत लोगों के साथ चलेगी। बसों में खड़े होकर सफर करना मना है। धर्मिक स्थलों में पुजारी और कर्मचारियों को ही अनुमति होगी। यानी राज्य में सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे।
पार्क, बगीचे और खेल के मैदान बंद
बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य के सभी पार्क, बगीचे और खेल के मैदान बंद रखने का फैसला किया है। यानी आप पार्क में टहलने के लिए घर के बाहर नहीं निकल सकेंगे।
बड़ी फिल्मों की शूटिंग, सिनेमा हॉल्स बंद
नई गाईडलाइन्स के अनुसार राज्य में ज़्यादा लोगों के इकट्ठा होने वाली फिल्म के शूटिंग की अनुमति नहीं। यानी बड़ी फिल्मों की शूटिंग को इजाजत नहीं होंगी। साथ ही राज्य में सभी सिनेमा हॉल्स बंद रहेंगे।
रविवार को फिल्म एवं टेलीविजन निर्माताओं ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक की और महामारी से निपटने के कदम में पूर्ण समर्थन की पेशकश की। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, हिंदी और मराठी फिल्म व टेलीविजन निर्माताओं के साथ हुई ऑनलाइन बैठक में मुख्यमंत्री ठाकरे ने उनसे सहयोग एवं सलाह मांगी।
सरकारी कार्यालयों में 50 प्रतिशद मौजूदगी
सरकारी कार्यालयों में सिर्फ 50 प्रतिशत कर्मचारियों की मौजूदगी रहेंगी। वहीं कर्फ्यू के दौरान निजी कार्यालयों के लिए कर्मचारियों को घर से काम करना होगा।
शादियों में सिर्फ 50 लोगों को इजाजत
वहीं शादी, विवाह समारोह में सिर्फ 50 लोगों को इजाजत होगी। जबकि अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में सिर्फ 20 लोगों शामिल होने की इजाजत होगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि, “राज्य में शादियों में बहुत भीड़ हो रही है और लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।”