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    -राजीत यादव

    नवी मुंबई: वाशी (Vashi) स्थित एपीएमसी (APMC) की सब्जी मंडी में व्यापारियों द्वारा अजीबो-गरीब तरीके से कारोबार किया जा रहा है, जहां एक ओर इस मंडी (Mandi) में थोक में सब्जियों की बिक्री होती है, वहीं दूसरी ओर इसी मंडी में महज 100 मीटर की दूरी पर व्यापारियों द्वारा अवैध तौर से खुदरा में सब्जियां बेची जाती हैं, जहां पर थोक की तुलना में ग्राहकों को दोगुना से तिगुना दाम में सब्जियां बेचकर व्यापारी मामला हो रहे हैं, वहीं थोक में सब्जियों (Vegetables) को कम दाम (Prices) मिलने से किसान (Farmer) कंगाल हो रहा है।

    गौरतलब है कि वाशी स्थित एपीएमसी की सब्जी मंडी में हर दिन लगभग 600 गाड़ी सब्जियों की आवक होती है। जिसे इस मंडी की ई-विंग में थोक में बेचने का कारोबार होता है। इस विंग से 100 मीटर के अंतर पर डी विंग है, जहां पर इन्हीं सब्जियों को अवैध तौर से खुदरा में बेचने का काम किया जाता है। इस विंग में कारोबार करने वाले व्यापारी ई विंग से थोक में 15 से 40 रुपए किलों में जिन सब्जियों को खरीदकर लाते हैं, उसे 30 से 80 रुपए किलो बेचकर ग्राहकों को लुटने का काम कर रहे हैं।

    नहीं हुई कोई कार्रवाई

    जिसके बारे में एपीएमसी प्रशासन को कुछ लोगों द्वारा समय-समय पर अवगत कराया जाता है, फिर भी मंडी में खुदरा में कारोबार करने वालों के खिलाफ उसने अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की है। बताया जाता है कि एपीएमसी के कुछ संचालकों के आर्शिवाद से मंडी में यह गोरख धंधा हो रहा है।

    80 प्रतिशत व्यापारियों ने किराए पर दिया गाला

    गौरतलब है कि सब्जी मंडी स्थित डी विंग के गाला के 80 प्रतिशत मालिकों ने अपना गाला 4 से 5 लोगों को किराए पर दिया है, किराए पर गाला में जगह लेने वाले बगैर किसी रोकटोक के खुदरा में सब्जियों को बेचने का काम कर रहे हैं। जिसकी वजह से इस विंग में हर दिन भारी संख्या में लोग सब्जी खरीदने के लिए आते है। जिनमें से अधिकांश लोगों द्वारा कोरोना के नियमों का उल्लंघन किया जाता है। जिसके चलते एपीएमसी में कोरोना फैलने का खतरा बना हुआ है।

    मंडी में खुदरा कारोबार पर अंकुश लगाने की जरूरत

    शेतकरी संस्था के अध्यक्ष राजाराम टोके ने नवभारत को बताया कि थोक मंडी में खुदरा में सब्जियां बेचने वालों की वजह से किसानों भारी नुकसान हो रहा है। मंडी में किराए पर दुकान लेकर कारोबार करने वाले कई बार अपने नाम पर किसानों से लाखों रुपए की सब्जियां मंगाते हैं और उसे बेचकर चंपत हो जाते हैं, जिसकी वजह किसना ऐसे व्यापारियों को ढूंढ़ते रह जाते हैं, लेकिन व्यापारी उनके हाथ नहीं लगते हैं। किसानों के साथ होने वाली इस तरह की ठगी को रोकने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री और पणन मंत्री को ठोस कदम उठाना चाहिए।

    सब्जी मंडी में जिस विंग में व्यापारियों द्वारा खुदरा में कारोबार किया जा रहा है, उसका निरीक्षण किया जाएगा। इस मामले में जो व्यापारी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

    -अशोक डक, सभापति, एपीएमसी वाशी