NMMT BUS

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नवी मुंबई: नवी मुंबई महानगरपालिका परिवहन उपक्रम की बसों (NMMT Buses) में कंडक्टर (Conductor) सप्लाई करने के लिए ठेकेदार की तलाश की जा रही है। नवी मुंबई महानगरपालिका (NMMC) ने इसके लिए 28 अप्रैल को एक टेंडर निकाला है। महानगरपालिका इस पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। हालांकि इस टेंडर (Tender) पर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा हैं, कहा जा रहा है कि एनएमएमसी ने पहले भी इस सिस्टम को लागू किया था जो पूरी तरह से फेल हो गया था इसके बावजूद ठेकेदार के माध्यम से फिर से कंडक्टर मंगवाने के लिए टेंडर निकाला गया हैं। 

मिली जानकारी के अनुसार, लगभग 16 साल पहले परिवहन उपक्रम के लिए की भर्ती के लिए एक ठेकेदार को नियुक्त किया था, लेकिन वह ठेकेदार कर्मचारियों की आपूर्ति नहीं कर पाया था, जिसके चलते इस सिस्टम का विरोध किया गया था। इसके बाद परिवहन उपक्रम के पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई गई थी और ठेकेदारी सिस्टम से कर्मचारियों की भर्ती किए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। परिवहन समिति की बैठक में बाकायदा इस बात का प्रस्ताव भी पास किया गया था, किन्तु इसके बाद भी इस प्रक्रिया को दोबारा लागू किया जा रहा हैं।

NMMT को उठाना पड़ा था नुकसान  

मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2007 में एनएमएमटी की बसों के लिए ठेकेदारों के माध्यम से चालकों और कंडक्टरों की भर्ती करने के लिए दो ठेकेदारों को नियुक्त किया था, लेकिन यह दोनों ठेकेदार बस चालक और कंडक्टर की आपूर्ति करने में असफल हो गए थे क्योंकि ठेकेदार जिन लोगों की भर्ती कर रहा था उस पर नियंत्रण किसका रहेगा इस बात को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे थे। जिसकी वजह से नवी मुंबई महानगरपालिका परिवहन उपक्रम को काफी नुकसान भी उठाना पड़ा था। 

NMMT कर्मचारियों में नाराजगी 

इस सिस्टम के फेल हो जाने के बाद परिवहन उपक्रम के तत्कालीन व्यवस्थापक जितेंद्र पापलकर ने दैनिक वेतन के आधार पर चालकों और कंडक्टरों को नौकरी पर रखने का प्रस्ताव तैयार किया था और उस प्रस्ताव को स्थायी समिति के समक्ष पेश भी किया गया था। जिसे सभी की सहमति से पारित भी कर दिया गया था और उसी सिस्टम से आज तक कंडक्टर और चालक काम कर रहे थे, किंतु अचानक कर्मचारियों की भर्ती ठेकेदारी सिस्टम से करने के खबर से परिवहन उपक्रम के कर्मचारियों में नाराजगी व्याप्त हैं। 

परिवहन उपक्रम में पारित किए गए इस प्रस्ताव के सम्बन्ध में जानकारी मंगाई जाएगी और उसकी सही तरह से जांच करने के बाद ही इस काम को आगे बढ़ाया जाएगा।

-राजेश नार्वेकर, कमिश्नर, नवी मुंबई महानगरपालिका