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नालासोपारा: मुंबई से सटे ठाणे जिला के वसई विरार के अपराध शाखा की यूनिट दो की टीम ने 72 घंटे के भीतर महामार्ग के बाफाने ओव्हर ब्रीज (Bafane Bridge) के समीप नाले के भीतर से सड़ी हुई अवस्था में मिले शव (Decomposed Body) की पहचान कर हत्या (Murder) की गुत्थी सुलझा (Solved) ली है। इस हत्याकांड में टीम ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि 1 आरोपी फरार है। मृतक की पहचान के लिए अपराध शाखा की पुलिस ने मृतक की तस्वीरें लीं। कपड़े और सामान के लगभग 1000 पर्चे दीवार पर चिपकाये गये और सार्वजनिक स्थानों पर वितरित किये गये थे। पुलिस शव के पैर में बंधी डोरी और जूते के माध्यम से पहचान करने और हत्या की गुत्थी सुलझाने में सफल रही। यह जानकारी सहायक पुलिस आयुक्त मदन बल्लाल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। 
 
सबूत मिटाने के लिए सुनसान जगह पर फेंका शव 
महामार्ग के बाफाने ओव्हर ब्रीज के समीप स्थित खुली मैदान से सटे नाली के भीतर एक 20 से 25 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति का शव 22 नवंबर को पुलिस को मिला था। उस दौरान नायगांव पुलिस ने अकस्मात मृत्यु का मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जे. जे. अस्पताल भेजा था। जिसकी रिपोर्ट से पता चला की मृतक की मौत सिर पर पत्थर सहित अन्य हथियार से वार की वजह से हुई है। इसी रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था। उन्होंने बताया कि यह गंभीर हत्या का अपराध था, इसके बाद आरोपियों का इरादा सबूत मिटाने का था। जिसके लिए आरोपियों ने खाली पड़े सुनसान जगह पर उसके शव को फेंक दिया था। शिव जब पुलिस को मिला तो सड़ चुका था। 
 
 
साथ नशा करने वालों ने की हत्या  
ऐसे हालात में पुलिस के सामने शव की शिनाख्त बेहद बड़ा सवाल था। मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले का खुलासा करने का निर्देश अपराध शाखा यूनिट दो को दिया था। अपराध शाखा यूनिट दो ने तीन टीम बनाकर मिसिंग की जांच शुरू की थी। जांच के दौरान नायगांव पुलिस को 8 नवंबर को 23 वर्षीय लवेश माली के लापता होने की जानकारी मिली। शव के कपड़ों से परिजनों ने मृतक की पहचान की। जांच में यह भी पता चला की मृतक को नशे की आदत थी। जिसके आधार पर उनके साथियों की तलाश शुरू की गई। इसी बीच टीम को पता चला कि लवेश के साथ नशा करने वाले लोगों ने ही उसकी हत्या की है। 
 
सिर पर पत्थर से वार
ज़ब पुलिस ने एक चश्मदीद को विश्वास में लेकर पूछताछ की तो आरोपियों के नाम का खुलासा हुआ। जिसके आधार पर पुलिस ने नायगांव के चंद्रपाडा से एक आरोपी को हिरासत में लिया। पूछताछ में पता चला कि मृतक लवेश आरोपी का रिक्शा चलाता था, 8 नवंबर को आरोपी का रिक्शा चलाते वक्त डंपर के पीछे से ठोकर लगने से रिक्शे का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया था। जिससे आरोपी नाराज था। अपराध में शामिल आरोपी और चश्मदीद गवाह ने एक साथ मिलकर झोपड़ी में नशे का सेवन किया। उसी दौरान संशय हुआ कि नाबालिग लडके की जेब से मृतक लवेश ने पांच हजार रुपये चोरी किया है। इसी शक के कारण उसकी पिटाई की और उसके सिर पर पत्थर से वार कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। सबूत मिटाने के लिए सभी ने शव को सुनसान जगह पर फेंक दिया।