रेलवे की निर्माणाधीन सुरक्षा दीवार के कार्य दौरान सड़क धंसी और 25 दुकानों में भी आई दरार

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    ठाणे : कलवा (Kalwa) के पारसिक नगर रेलवे टनल (Parsik Nagar Railway Tunnel) के पास इलाके में एक सड़क (Road) धंस गई। जिससे यहां के कम से कम 25 दुकानों (Shops) में दरारें (Cracks) आ गई। हलांकि इस घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। 

    ठाणे महानगरपालिका के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख अविनाश सावंत ने कहा कि मध्य रेलवे मार्ग पर पारसिक टनल है। रेलवे द्वारा एक दीवार का निर्माण किया जा रहा है और इसके लिए खुदाई का काम चल रहा था जिसके कारण दरारें आ गई। उन्होंने कहा, “खुदाई के दौरान, पास की सड़क का एक हिस्सा धंस गया जिसके कारण 25 दुकानों में दरारें आ गई। सावंत ने कहा कि महानगरपालिका के और अग्निशमन अधिकारी स्थिति की समीक्षा के लिए मौके पर पहुंचे थे। वहीं यहाँ के पूर्व नगरसेवक महेश सालवी का कहना है कि इस टनल से रोजाना बड़ी संख्या में रेलगाड़ियों की आवाजाही हो रही है। लेकिन पहाड़ी के नीचे रेल पटरी के बगल में जो सुरक्षा दीवार थी, उसे 2 महीने पहले खोदा गया था। ताकि नई सुरक्षा दीवार का निर्माण हो सके। लेकिन अब तक दीवार का निर्माण नहीं किया गया। रेलगाड़ियों की आवाजाही के कारण उत्पन्न कंपन से रेल पटरी के दोनों ओर स्थित दुकान हिल गई है। जिस कारण स्थानीय नागरिकों में भय का माहौल बना हुआ है। वहीं इस स्थिति के लिए स्थानीय विधायक और राज्य के पूर्व गृह निर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने रेलवे प्रशासन और प्रबंधन को दोषी ठहराया है। 

    पारसिक रेलवे टनल के आसपास अनेक सोसाइटी, दुकान और रास्ते आदि हैं। जिनका धरातल हिल गया है। ऐसी स्थिति पटरी के दोनों ओर सुरक्षा दीवार बनाने के लिए खोदे गए गड्ढे के कारण आई है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सुरक्षा दीवार निर्माण के लिए गड्ढे 2 महीने पहले खोदे गए थे। लेकिन अब तक उसके निर्माण का कार्य नहीं किया जा सका। जिस कारण गड्ढे स्थानीय नागरिकों के लिए सिरदर्द बन गया है। परसिक नगर के 25 दुकानों के धरातल ग्राउंड बुरी तरह से हिला और क्रेक हो गया है। 

    पहले भी रेलवे प्रशासन को किया गया जा चुका पत्राचार 

    इस मामले को लेकर स्थानीय विधायक जितेंद्र आव्हाड का कहना है कि बार-बार इसको लेकर रेलवे प्रशासन के साथ पत्राचार भी किया गया था, लेकिन किसी भी तरह की पहल रेलवे द्वारा नहीं की गई। स्वयं आव्हाड भी उस स्थल पर पहुंचे। जहां दर्जनों दुकानें हंसी और ही ली है। वहीं इस स्थिति को देखते हुए ठाणे महानगरपालिका के आपत्ति व्यवस्थापन कक्ष की ओर से 25 दुकानों पर खतरे के निशान लगा दिए गए हैं। इस मौके पर कलवा प्रभाग समिति के अधिकारी और अभियंता भी उपस्थित थे।