Roads of Bhiwandi city turned into potholes

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भिवंडी: पावरलूम नगरी भिवंडी शहर (Bhiwandi City) में सड़कों (Roads) पर हुए भारी भरकम गड्ढों (Potholes) के कारण ‘9 दिन चले अढ़ाई कोस’ की कहावत चरितार्थ हो रही है। एक माह पूर्व ही भिवंडी महानगरपालिका द्वारा सड़कों पर हुए गड्ढों की भराई का काम युद्धस्तर पर किया गया था। आश्चर्यजनक है कि करीब एक सप्ताह से शुरू रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश (Heavy Rain) से गड्ढों की भराई में प्रयुक्त हुई लाखों रुपए की सामग्री गड्ढों से निकलकर बह गई है। शहर की सभी सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। शहर की सड़कों पर वाहन तो छोड़िए पैदल चलना भी जान को जोखिम में डालने के समान है। शहर के नागरिक महानगरपालिका द्वारा भरे गए गड्ढों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवालिया निशान उठा रहे हैं।

गौरतलब है कि भिवंडी महानगरपालिका द्वारा बारिश के पूर्व सड़क पर हुए तमाम गड्ढों की भराई की गई थी। महानगरपालिका द्वारा तमाम सड़कों, फ्लाईओवर पर हुए गड्ढों की भराई में लाखों रुपए खर्च किए गए जाने के बावजूद करीब एक सप्ताह से हुई रुक-रुक कर मूसलाधार बारिश से भरे हुए गड्ढों में डाली गई सामाग्री निकलकर बह गई और सड़क पर सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे दिखाई पड़ रहे हैं।

शहर की सभी सड़कें हुई गड्ढों में तब्दील

एक सप्ताह से रुक-रुक कर जारी मूसलाधार बारिश की वजह से शहर के समस्त प्रमुख मार्ग पूर्णतया गड्ढों में तब्दील हो चुके हैं। गड्ढों में गिरकर लोग हाथ-पैर तोड़ कर उपचार की मजबूरी झेल रहे रहे हैं। भिवंडी में सड़कों में गड्ढे या गड्ढों में सड़क कहना बेहद मुश्किल है। शहर स्थित ओल्ड मुंबई-आगरा रोड, दीवान शाह मार्ग, अजंता कंपाउंड, तीन बत्ती, मंडई, खड़क मार्ग, शांति नगर रोड, गुलजार नगर मार्ग, खान कंपाउंड रोड, हनुमान टेकरी मार्ग, कामतघर मार्ग, आशीर्वाद नगर मार्ग सहित धामनकर नाका फ्लाईओवर,बंजार पट्टी नाका फ्लाईओवर पर जगह-जगह हुए जानलेवा गड्ढों की वजह से लोग जान हथेली पर लेकर यात्रा करने को विवश हैं। बाइक सवार गड्ढों में गिरकर हाथ-पांव तोड़ रहे हैं और चार पहिया सवार गड्ढों की वजह से हिचकोले खा रहे हैं। शहरवासियों का कहना है कि भिवंडी शहर में कोई भी सड़क ऐसी नहीं जिस पर जानलेवा गड्ढों की भरमार न हो। भिवंडी महानगरपालिका प्रशासन गड्ढों की मरम्मत में लाखों रुपए खर्च करती है, बावजूद एक-दो बारिश में ही गड्ढे जस के तस दिखाई पड़ने लगते हैं। लोगों का आरोप है कि महानगरपालिका द्वारा गड्ढों की भराई में घटिया मटेरियल का उपयोग करने की वजह से कुछ दिन में ही गड्ढे फिर बन जाते हैं।

ट्रैफिक जाम से बिलख रहा भिवंडी शहर

शहर के सभी मार्गों पर जानलेवा गड्ढों की वजह से वाहनों को बेहद धीमी गति से चलाने की मजबूरी के कारण ही शहर में चहुँओर भारी ट्रैफिक जाम लगा रहता है। दुपहिया, चार पहिया वाहन चालक सहित इमरजेंसी सेवाएं चाह कर भी गड्ढों की वजह से वाहनों को तेज गति से ले जाने में बेहद कठिनाई झेलते हैं। सड़क पर भारी भरकम गड्ढों के कारण वाहन रेंग-रेंग कर चलते दिखाई पड़ते हैं, जिससे समूचा शहर ट्रैफिक जाम की चपेट में फंसा रहता है। भिवंडी में 10 मिनट की दूरी को भी तय करने में घंटों लग रहे हैं। सड़कों पर हुए बड़े-बड़े गड्ढों की वजह से लोगों का पैदल चलना भी मुहाल हो गया है। यातायात जाम की वजह से वाहन चालक समय सहित आर्थिक बर्बादी झेल रहे हैं। गड्ढों में गिरकर लोगों के हाथ पांव टूट रहे हैं। कुछ दिन पहले ही खोखा कंपाउंड, कमला होटल मार्ग पर हुए जानलेवा गड्ढे में गिर कर रामलाल निषाद, पलटू राम नामक पावरलूम मजदूर के पैर की हड्डी टूट चुकी है। साइकिल सवार प्रभुपाल यादव, गिरधारी लाल का गड्ढे में गिर कर गंभीर चोटें लगी हैं। 

शहर के नागरिकों की आवागमन सुविधा के लिए बरसात के पूर्व सड़कों पर हुए तमाम गड्ढों की भराई की गई थी। एक सप्ताह से जारी भारी बरसात के कारण पुनः गड्ढे हुए हैं जो जल्द ही भर दिए जाएंगे।

-संदीप सोमानी, भिवंडी महानगरपालिका उप अभियंता