Lumpy Virus Vaccines

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    ठाणे : ठाणे जिले में लम्पी वायरस (Lumpy Virus) का फैलाव तेजी से होता दिखाई दे रहा है। अब तक जिले में 103 जानवर (Animal) इस बीमारी (Disease) के चपेट में आ चुके है, जबकि चार जानवरों की मौत हो चुकी है। इस बीमारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पशु कल्याण विभाग और सतर्क हो गया है। जिला पशु कल्याण विभाग के अनुसार जिस स्थान पर संक्रमित जानवर पाए जाते हैं, वहां से पांच किलोमीटर की दूरी तक सभी पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है। 

    पिछले कुछ दिनों से ठाणे जिले में लम्पी वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला पशुपालन विभाग अब कई प्रकार से उपाय योजना कर रही है, लेकिन इसके बावजूद यह बीमारी कम होती नजर नहीं आ रही है। ठाणे जिले के शाहपुर, अंबरनाथ, कल्याण, भिवंडी के बाद ठाणे शहर का मुंब्रा क्षेत्र में भी अब इस बीमारी ने अपना पैर पसार लिया है। जिले में इस बीमारी से प्रभावित पशुओं की संख्या सीधे 103 हो गई है। वहीं, इस बीमारी से मरने वाले जानवरों की संख्या 4 तक पहुंच गई है। इससे पशुपालन विभाग में हड़कंप मच गया है। उसमें इइस बढ़ते प्रकोप के अनुरूप जिला पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं के निवारण टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। 

    टीकाकरण पर दिया जा रहा जोर 

    जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से संक्रमित जानवर के स्थान से पांच किलोमीटर की दूरी के भीतर अन्य जानवरों का टीकाकरण करने का कार्य किया गया है। इसके लिए ठाणे जिले में पशुओं के टीकाकरण के लिए टीके का स्टॉक उपलब्ध है। इस बीच, जिला पशुपालन विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भिवंडी, बदलापुर, शाहपुर, मुरबाड के प्रभावित क्षेत्रों में 19 हजार 614 पशुओं में से 17 हजार पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। 

    ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र में भी चार जानवर संक्रमित  

    ठाणे महानगरपालिका के पशु चिकित्सा अधिकारी क्षमा शिरोडकर ने बताया कि ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र में भी अब लम्पी वायरस से ग्रसित जानवर पाए गए है। इसलिए सतर्कता बरती जा रही है और मुंब्रा में दो और ठाणे शहर में एक मटन की दुकान के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 

    ठाणे जिले में लम्पी वायरस का खतरा जानवरों में तेजी से बढ़ रहा है। इस बीमारी के मद्देनजर हम जानवरों के मालिकों और किसानों को सतर्क कर रहे है जागरूकता फैलाने हेतु सूचना पत्रक और प्रचार पत्रक वितरित किया जा रहा है। साथ ही यह सुझाव भी दिया जा रहा है कि जिस क्षेत्र में जानवरों को रखा जाता है वह क्षेत्र साफ और कीटाणु रहित रखें।

    - डॉ. समीर तोडणकर, जिला भेड़ संरक्षण अधिकारी, जिला परिषद, ठाणे