नवभारत न्यूज़ नेटवर्क
Virar-Alibaug Metro: एमएमआर में अवागमन की समस्या से निजात दिलाने वाले विरार-अलीबाग कॉरिडोर का काम जल्द शुरू करने का फैसला सरकार ने लिया है। पालघर जिले के विरार से रायगढ़ के अलीबाग तक 127 किमी लंबे मल्टी-मॉडल कॉरिडोर के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू है। अब इसी कॉरिडोर के समानांतर विरार से अलीबाग तक मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के लिए भी विचार किया गया है। एमएसआरडीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार लगभग 136 किमी की मेट्रो के लिए फिजिबिलिटी टेस्ट शुरू किया गया है।
एमएमआर की सबसे लंबी मेट्रो लाइन
भविष्य में मुंबई एमएमआर के कई उपनगरों को एक साथ जोड़ने वाली यह सबसे लंबी मेट्रो लाइन हो सकती है। बताया गया कि विरार के पास नवघर से मेट्रो रेल लाइन एमएमआर के उपनगरों को जोड़ते हुए सीधे नवी मुंबई के हवाई अड्डे और जेएनपीए से जोड़ी जा सकती है। वैसे इस पूरे मेट्रो मार्ग पर 40 से ज्यादा स्टेशन होंगे। फिलहाल इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट पर काम शुरू किया गया है, फिजिबिलिटी रिपोर्ट आने के बाद (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) डीपीआर की प्रक्रिया शुरू होगी। बताया गया कि इसके लिए एमएसआरडीसी के माध्यम से सलाहकार की नियुक्ति जाएगी। इसके पहले भी भिवंडी के खारबांव से अलीबाग तक मेट्रो लाइन का एक प्रस्ताव दिया गया था।
एमएमआर में 337 किमी मेट्रो
वैसे लंबी दूरी के लिए मेट्रो रेल की बजाय उपनगरीय रेल नेटवर्क को बढ़ाने का भी सुझाव दिया गया है, क्योंकि एलिवेटेड मेट्रो लाइन की बजाय उपनगरीय रेल नेटवर्क विकसित करना काफी सस्ता है। उल्लेखनीय है कि एमएमआरडीए के माध्यम से मुंबई व एमएमआर में 337 किमी मेट्रो का जाल बिछाया जा रहा है। सड़क, ब्रिज बनाने वाला एमएसआरडीसी पहली बार मेट्रो रेल को लेकर फिजिबिलिटी अध्ययन कर रहा है।
तीन जिलों में विरार अलीबाग कॉरिडोर
इसके पहले विरार अलीबाबा कॉरिडोर के लिए एमएसआरडीसी मई तक भूमि अधिग्रहण पूरा करने की योजना बना रहा है। भूमि अधिग्रहण के लिए आवश्यक धनराशि हुडको से ऋण के रूप में लेने की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है। मई के बाद इस रूट के काम के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए 1,300 हेक्टेयर भूमि की जरूरत है। 127 किमी लंबी और 16 लेन वाली यह परियोजना के लिए तीन जिलों- रायगढ़, ठाणे और पालघर में भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। पालघर में 61.29 हेक्टेयर, ठाणे में 520.92 हेक्टेयर, जबकि रायगढ़ में लगभग 765.01 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा।
भूमि अधिग्रहण के लिए 22 हजार करोड़
लगभग 55 हजार करोड़ की इस परियोजना में भूमि अधिग्रहण के लिए 22 हजार करोड़ की आवश्यकता है। प्रस्तावित मल्टी-मोडल कॉरिडोर का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा, जिसमें एलाइनमेंट 1 के तहत नोघर को बालावली से जोड़ने वाला 98 किमी का हिस्सा और एलाइनमेंट 2 के तहत बालावली को अलीबाग से जोड़ने वाला 29 किमी का हिस्सा होगा। इस कॉरिडोर को 2030 तक पूरा करने का लक्ष्य है।