- जिलाधिकारी लेंगे बैठक, होना होगा क्वारंटाईन, मोबाईल पर भेजा जाएंगा मैसेज
वर्धा. लॉकडाऊन में ढिलाई के दौरान बाहरी जिलों से आवागमन के लिए ई-पास की सुविधा मुहैया करवाई गई है़ किन्तु इस सुविधा दुरुपयोग होने की बात नवभारत ने उजागर करने के उपरांत जिला प्रशासन हरकत में आया है. इस संदर्भ में जिलाधिकारी जल्द ही बैठक लेने की जानकारी सूत्रों से मिली है. बता दे कि, वर्धा व जिले के अन्य हिस्सो से प्रतिदिन अनेक नागरिक ई-पास लेकर आवागमन कर रहे है. वैद्यकीय प्रमाणपत्र तथा आधार जोडकर बगैर किसी जांचपडताल के उन्हें ई-पास उपलब्ध होती है़ किन्तु इस सुविधा का कुछ लोग दुरुपयोग करते नजर आ रहे है.
एक दिन की अनुमति होते हुए दो दिन बाहर रुकने पश्चात वर्धा में प्रवेश करते है. यही नहीं तो बाहर से आने के बाद संबंधीत व्यक्ती को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाईन होना अनिवार्य है. किन्तु इन नियमों की पुर्णत: धज्जिया उड रही है. उल्लेखनिय यह कि, ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए नियुक्त किये गए अधिकारी व कर्मचारी अनदेखी कर रहे है. बाहर से आनेवालों के मकान को भेंट नहीं दी जाती.
इससे बेखौफ होकर यह लोग बाहर घुमते है. इससे कोरोना संक्रमण के फैलाव का डर अधिक बढ गया है. इस संदर्भ में प्रशासकीय सूत्रो ने बताया कि, ई-पास के लिए विशिष्ट प्रणाली बनाई गई है. जिसमें क्वारंटाईन होने के संदर्भ में किसी प्रकार की जानकारी नहीं है. किन्तु अब प्रशासन पासधारक के मोबाईल पर क्वारंटाईन होने का मैसेज भेजेगा तथा वह क्वारंटाईन हैं कि नहीं, इसकी भी नियमित जांचपडताल नोडल अधिकारी करेंगे.
महत्वपूर्ण यह कि, राजनकिय पदाधिकारी, सरकारी अधिकारी व कर्मचारी भी इसका लाभ उठा रहे है. गत सप्ताहभरे में जिले के बाहर गए व्यक्तियों की जानकारी लेकर प्रशासन उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने कदम उठाएंगा, ऐसी जानकारी भी है. ई-पास को लेकर जिलाधिकारी गुरुवार अथवा शुक्रवार को बैठक लेनेवाले है. सूत्रो ने बताया, बैठक में महत्वपूर्ण अधिकारी उपस्थित रहेंगे पास को लेकर विस्तृत चर्चा करने के बाद जिलाधिकारी बढा निर्णय लेनेवाले है.