
वर्धा. शहर की मुख्य सड़कों पर आवारा पशुओं की संख्या बढ़ गई थी. बार-बार पशुपालकों को सूचित करने के बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा है. सड़क पर वाहन के सामने अचानक पशुओं के आने से दुर्घटनाओं का प्रमाण बढ़ गया था. नागरिकों का बढ़ता रोष देखते हुए प्रशासन हरकत में आया है. शुक्रवार से आवारा पशुओं को पकड़ने की मुहिम नप प्रशासन ने आरंभ की. कई पशुओं को पकड़कर पिपरी(मेघे) स्थित कांजी हाउस में रवानगी की गई है.
शुक्रवार को सुबह बैचलर रोड तथा आर्वी रोड परिसर में घूम रहे 10 से अधिक आवारा पशुओं को पकड़ा गया़ सड़क पर इन आवारा पशुओं को पकड़ते समय धांधली देखने को मिली़ रस्सी से बांधकर वाहन से पिपरी (मेघे) स्थित गौशाला तथा परिसर के कांजी हाउस में पशुओं को रवाना किया गया़ इस दौरान 1 पशुपालक से 5 हजार रुपयों का जुर्माना वसूल किया गया.
नगर परिषद की संपूर्ण मुहिम कनिष्ठ लिपिक अशोक ठाकुर, कनिष्ठ लिपिक विशाल सोमवंशी के मार्गदर्शन में सफाई कर्मी उमेश समुद्रे, पवन जगन्नाथ, कृष्णा मानकर, खेमचंद छगनकर, उमा नरपांडे, विजय भुरेलाल, विक्की पचेरवार, राम लेदरे, बंडू त्रिमिले, कपिल बैरीसाल, बंटी नानेटकर, अमित तांबे, राजेश छगणकर, सुमित मतेलकर, निहाल शिलेदार ने की.
गणेशोत्सव तक जारी रहेगी मुहिम
शहर की सड़कों पर पशुपालक अपने पशुओं को चराई के लिए छोड़ देते है़. इसकी वजह से दिनभर मुख्य मार्गों पर पशु डेरा जमाए बैठे रहते है़. आए दिन वाहनों के सामने पशु आने की वजह से दुर्घटनाएं घट रही थी. कई बार पशु आपस में भिड़ जाते है़ं ऐसे में किसी भी प्रकार की अनुचित घटना न हो इसके लिए पशुओं को पकड़ने की मुहिम गणेशोत्सव तक जारी रखे जाने की बात नप प्रशासन ने स्पष्ट की है.
पकड़े गए पशु वापस नहीं दिए जाएंगे
पशुपालकों ने अपने पशुओं को शहर में खुला नहीं छोड़ना चाहिए. मुहिम के दौरान पहलीबार पशु को पकड़ने पर कांजी हाउस से छुड़वाने 5 हजार जुर्माना भरना अनिवार्य है. दूसरी बार अगर वहीं पशु सड़क पर मुहिम के दौरान पकड़े गए तो वापस नहीं दिए जाएंगे. संबंधित पशुओं की नीलामी किए जाने की सूचना दी गई है.