Electricity

Loading

वर्धा. पिछले तीन माह से शहर में नप के अंतर्गत आनेवाली सार्वजनिक बिजली सेवा लड़खड़ा गई है. अनियमित तरिके से सड़कों के पथदीप शुरु हो रहे है़. कुछ हिस्सों में तो सर्वत्र अंधेरा छाया रहता है. परिणामवश नागरिक असंतोष व्यक्त कर रहे है़. इस संदर्भ में जानकारी लेने पर पता चला कि, ईएसल कंपनी के नप प्रशासन पर 1 करोड़ 47 लाख 73 हजार 695 रुपयों की बकाया है. उक्त राशि अदा न होने से कंपनी सुचारु सेवा देने में टालमटोल कर रही है. इस समस्या पर हल निकालने के लिये नप प्रशासन के प्रयास चल रहे है़.

बता दें कि, शहर में 19 प्रभाग है. उपरोक्त क्षेत्र में नगर पालिका द्वारा करीब 8 हजार पथदीप के जरिये सार्वजनिक बिजली सेवा की आपूर्ति हो रही है. इसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त की गई ईएसल कंपनी का सौंपी गई है. उक्त एजेंसी के माध्यम से दिल्ली तथा हैद्राबाद से बिजली सेवा का परिचलन होता है. शहर के बैचलर मार्ग, सेवाग्राम मार्ग, मुख्य मार्ग सहित भीतरी सड़कों पर पथदीप लगाये गये है़. परंतु पिछले तीन माह से शहर के कुछ हिस्सों में समय पर पथदीप शुरु नहीं हो रहे़  मौसम के अनुसार कई बार 5.30 अथवा 6 बजे पथदीप शुरु किये जाते है.

वर्तमान स्थिति में रात्रि 9 बजे तक पथदीप बंद रहते हैं तो कुछ हिस्सों में दिन में पथदीप शुरु रहते है़. पिछले तीन माह से बिजली सेवा में अनियमितता सामने आ रही है. इसे लेकर कुछ शिकायतें भी नप की ओर प्राप्त हुई है. इस संबंध में नप से पूछताछ करने पर पता चला कि, जिस एजेंसी को बिजली सेवा का काम सौंपा गया है. उक्त एजेंसी के करीब 1 करोड़ 47 लाख रुपये नप प्रशासन पर बकाया है. उक्त राशि कंपनी को अदा न होने से बिजली सेवा अनियमित तरिके से चल रही है, ऐसा बताया गया़  शहर के कुछ हिस्सों में पथदीप बंद रहने से अपराधिक वारदाते घट रही है. इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान देकर नप प्रशासन ने हल निकालने की मांग शहरवासी कर रहे है़.

शीघ्र हल होगी समस्या

कंपनी की बकाया राशि के संदर्भ में वरिष्ठ स्तर पर पत्रव्यवहार किया गया है. संबंधित कंपनी से चर्चा चल रही है. विकल्प के तौर पर कुछ हल निकाला जाएंगा. शीघ्र ही समस्या का समाधान करेंगे. 

-महेश वानखेड़े, नगर अभियंता (बिजली विभाग)