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  • राशन अनाज के बदले नकद, योजना से संबंधित कार्यो का बहिष्कार जिला पूर्ति अधिकारी को पत्र

यवतमाल. राज्य सरकार ने किसानों को मुफ्त अनाज बंद करने का फैसला करने के बाद अनाज के बदले इन किसानों को सीधे नकद राशि देने का फैसला किया है. जिले के 81 हजार 960 किसान राशन कार्डधारियों के सामने नया संकट खड़ा हो गया है. साथ ही सस्ता अनाज दुकानदार संघ सरकार की इस योजना के खिलाफ है और इस योजना से जुड़े कार्यों का बहिष्कार किया है.

सरकार द्वारा आत्महत्याग्रस्त और सूखा प्रवण जिलों में केशरी राशन कार्ड धारकों को रियायती दर पर प्रति व्यक्ति प्रति माह पांच किलो खाद्यान्न देने का निर्णय लिया गया था. इससे राज्य के आत्महत्या प्रभावित 14 जिलों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अंतर्गत आने वाले राशन कार्डधारी कृषक हितग्राहियों को 150 रुपये प्रति लाभार्थी की नकद राशि सीधे अंतरित करने की योजना जनवरी से लागू की जायेगी. प्रासंगिक सरकारी निर्णय के अनुसार 2023 यह राशि जिले के 81 हजार 960 किसानों के खातों में जमा की जाएगी. इस फैसले से हर घर के किचन का बजट बिगड़ने वाला है. 

यह निश्चित था कि भोजन तैयार होगा क्योंकि अनाज सीमित मात्रा में नहीं होने पर भी उपलब्ध था. किसान राशन कार्ड धारक पूछ रहा है कि कल उंगली पर गिनने वाली राशि में अनाज कैसे लाया जाए, और इस राशि को वापस लेने के लिए कौन बैंक जाए. वहां कमीशन घटने से राशन दुकानदारों ने भी इस फैसले का विरोध किया है. इस योजना से किसान हितग्राही को नुकसान होगा इसलिए संगठन ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी शुरू कर दी है.

दुनिया का पालनहार अनाज से वंचित

इस फैसले से हर घर के किचन का बजट बिगड़ने वाला है. यह निश्चित था कि भोजन तैयार होगा क्योंकि अनाज सीमित मात्रा में नहीं होने पर भी उपलब्ध था. कल उंगली पर गिनने लायक रकम में अनाज कैसे लाया जाए और इस रकम को निकालने के लिए कौन बैंक जाए. इसलिए दुनिया के गरीबों को भोजन से वंचित होना पड़ेगा.

संगीता भेंडारकर (किसान लाभार्थी)

प्रति व्यक्ति डेढ़ सौ रुपये होंगे जमा 

अभी तक प्रति व्यक्ति एक किलो गेहूं और चार किलो चावल किसान परिवार को बांटा जा रहा था. अब वह भी बंद हो गया है. इसके बदले संबंधित कार्डधारकों को प्रति व्यक्ति 150 रुपये प्रतिमाह की राशि दी जाएगी. इसके लिए उस महिला के नाम से बैंक खाता खुलवाना होगा. यह राशि उसी खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी. अतः किसान हितग्राही बैंक पासबुक की जेरोक्स संबंधित राशन दुकानदार के पास जमा कराएं.

चांदनी शिवरकर (आपूर्ति निरीक्षण अधिकारी, यवतमाल)

सरकार की योजना बंद करने की योजना

किसान हितग्राहियों को नकद राशि बांटने के फैसले के साथ ही सस्ते अनाज के दुकानदारों को भूखा मारने का समय आ गया है. इसलिए राशन दुकानदारों ने काम का बहिष्कार किया है. राशन वितरण प्रणाली की कमियों को दूर करना संभव नहीं होने के कारण यह देखा जा रहा है कि सरकार इस योजना को धीरे-धीरे बंद करने की कगार पर है.

भगवंत राउत (जिलाध्यक्ष सस्ता अनाज दुकानदार संगठना)

तहसीलवार लाभार्थियों की संख्या

तहसीलनिहाय लाभार्थी संख्या 

तहसील      राशन कार्ड           लाभार्थी

आर्णी 6831 25836

बाभुलगाव 2421 9526

दारव्हा 9158 36202

दिग्रस 6874 28988

घाटंजी 10023905

कलंब 3538 13495 

केलापुर 2794 10305  

महागाव    5736 24380

मारेगाव        3451 12382

नेर        5709 23094

पुसद 8896 38858

रालेगाव 4531 18281   

उमरखेड         11867 52105

वणी 6684 27758

यवतमाल    6577 26447