रूपनगर/पंजाब: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने रविवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में आप नेता राघव चड्ढा द्वारा लगाए गए अवैध खनन के आरोप को खारिज किया। साथ ही दिल्ली के आम आदमी पार्टी नेताओं को कड़ी चेतावनी दी कि किसी भी ”बाहरी” को राज्य में आकर निराधार आरोप लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
चन्नी रविवार को यहां पहुंचे और खनन स्थलों का दौरा करने के बाद कहा कि कुछ भी अवैध नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित 5.5 रुपये प्रति घन फुट की दर से रेत बेची जा रही है। आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने शनिवार को आरोप लगाया था कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के निर्वाचन क्षेत्र चमकौर साहिब में अवैध बालू खनन किया जा रहा है। चड्ढा ने चमकौर साहिब के गांव जिन्दापुर के औचक दौरे के बाद यह बयान दिया था। आप नेता ने इसे एक ‘खुलासा’ करार देते हुए आरोप लगाया था कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार खनन माफिया को ‘संरक्षण’ दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी ”बाहरी” व्यक्ति को राजनीतिक स्वार्थ के लिए राज्य में निराधार आरोप लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, ”सरकार भविष्य में राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए किए गए ऐसे कृत्यों के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगी।” चन्नी ने पंजाब में आप नेताओं और कार्यकर्ताओं और जनता से किसी भी अवैध गतिविधि को राज्य सरकार के संज्ञान में लाने का आग्रह किया ताकि आवश्यक कदम सुनिश्चित किए जा सकें।
उन्होंने कहा, ”हमने खनन स्थलों पर गतिविधियां खोल दी हैं। कोई भी पंजाबी, पंजाब का आप नेता और कार्यकर्ता वीडियो बना सकता है, हालांकि हम किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा किसी भी नाटकीय कृत्य की अनुमति नहीं देंगे।” चन्नी ने प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ बड़ी हवेली खनन स्थल का दौरा किया, जहां गाद निकालने का काम चल रहा है। मौके पर चन्नी ने रेत ले जाने वाले ट्रक चालकों के साथ उनके द्वारा भुगतान की जा रही कीमत के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी चालकों ने सरकार द्वारा तय कीमत के भुगतान की बात कही है, ऐसे में दिल्ली के आप नेताओं द्वारा किए जा रहे दावे झूठे हैं। इस बीच, चन्नी के पलटवार पर निशाना साधते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ” क्या ये सच है कि चन्नी साहब आज अलग खनन स्थल पर गए, वहां नहीं, जहां कल राघव चड्ढा ने दौरा किया था? और चन्नी साहब ने इसे वैध घोषित किया है जबकि राघव ने अलग खनन स्थल का दौरा किया था जो कि अवैध है। एक मुख्यमंत्री इतना बेशर्म कैसे हो सकता है?” (एजेंसी)