ओडिशा में बोरवेल में मिली नवजात
ओडिशा में बोरवेल में मिली नवजात

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सम्बलपुर: ओडिशा (Oisha) के सम्बलपुर (Sambalpur) जिले के वन क्षेत्र में, अनुपयुक्त पड़े बोरवेल से बचाई गई बच्ची के माता-पिता की 22 दिन बाद पहचान कर ली गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि बच्ची अपनी मां की दूसरी संतान है। अभी तक घटना का विवरण स्पष्ट नहीं है क्योंकि महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

13 फुट गहरे बोरवेल में मिली थी बच्ची

चिकित्सकों ने बच्ची को ‘विजयिनी’ नाम दिया है जो बीते वर्ष 12 दिसंबर को लारीपाली में 13 फुट गहरे बोरवेल में मिली थी। बोरवेल के अंदर से ग्रामीणों ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी और अधिकारियों को सूचित किया जिन्होंने उसे बचाया।

मां की पहचान

सम्बलपुर के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार भामू ने मंगलवार को बताया,” बच्ची को बचाने के बाद मामला दर्ज किया गया और दो-तीन दिनों के भीतर उसकी मां की पहचान कर ली गई। हालांकि, महिला की मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह घटना के बारे में जानकारी देने में असमर्थ थी।” कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रसव के बाद महिला का अवसाद का इलाज चल रहा है।

पुलिस के अनुसार, दोनों के बीच जैविक रिश्ते का पता लगाने के लिए डीएनए जांच की जाएगी। महिला का पति घटना के बाद से ही गायब है। पुलिस अधिकारी ने बताया, ”महिला की हालत में सुधार हो रहा है। उसकी दो से तीन दिनों में अस्पताल से छुट्टी हो जाएगी। इसके बाद ही घटना का सच जानने के लिए जांच की जाएगी।”

नवजात बच्ची की हालत में सुधार 

‘वीर सुरेंद्र साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च’ के चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची की हालत सुधर रही है और उसने आहार लेना शुरू कर दिया है। उसकी देखभाल कर रहे एक चिकित्सक ने कहा, ”बच्ची को जब बचाया गया था तब उसका वजन महज 1600 ग्राम था। अब यह बढ़कर 1935 ग्राम हो गया है। उसका आंतरिक रक्तस्राव भी बंद हो गया है।”

(एजेंसी)