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    विशाखापट्टनम. देश के कई राज्यों में चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) का खतरा बना हुआ है। यह तूफान तेज होकर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। यह उत्तर पश्चिम दिशा में उत्तर आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा है और कल (शनिवार) यह तीव्रता से आगे बढ़ेगा और सुबह ओडिशा के तटों से टकराएगा। माना जा रहा है कि यह तूफान काफी तबाही मचा सकता है। इसके चलते एनडीआरएफ भी पूरी तरह से अलर्ट मोड़ पर है।

    NDRF के डीजी अतुल करवाल के अनुसार, उड़ीसा (Odisha), पश्चिम बंगाल (West Bengal) और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में 46 टीमें को तैनात किया गया है। साथ ही 18 को स्टैंड बाय में रखा है। वहीं, किसी भी दल को एयरलिफ्ट करने की स्थिति उत्पन्न होने पर IDS अलर्ट पर है।

    चक्रवाती तूफान जवाद के बारे में विशाखापट्टनम चक्रवात चेतावनी केंद्र की निदेशक सुनंदा ने कहा कि, “सुबह का डीप डिप्रेशन तेज होकर चक्रवाती तूफान जवाद में बदल गया है। अब यह उत्तर पश्चिम दिशा में उत्तर आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा है। कल तक यह आगे बढ़ेगा और और तेज होगा।इसके बाद यह उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुड़ेगा और तट के समानांतर चलेगा। यह ओडिशा में गोपालपुर और पुरी के बीच से गुजरेगा।”

    उन्होंने कहा, “विशाखापट्टनम, विजयनगरम, श्रीकाकुलम में हवा के साथ-साथ बारिश की चेतावनी दी है। इन 3 जिलों में मध्यम से तेज आंधी चलेगी, कई जगहों पर मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं एक से दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।”

    वहीं, NDRF के सब-इंस्पेक्टर सत्यनारायण ने कहा, “यहां (विशाखापट्टनम) कुल तीन टीमें तैनात हैं। दो अन्य टीमों को रिजर्व के तौर पर रखा गया है। हम लोगों को बचाने के लिए किसी भी अप्रिय स्थिति का जवाब देंगे और किसी भी दुर्घटना या नुकसान से बचने की पूरी कोशिश करेंगे। यदि कोई भूस्खलन होता है या पेड़ उखड़ते हैं तो हम सभी सड़कों को मलबे के साथ साफ कर देंगे। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डूबने वाले किसी भी व्यक्ति को बचाएंगे।”

    NDRF के हेड कांस्टेबल रामा राव ने कहा, “हम किसी भी घटना के लिए 24×7 तैयार और सतर्क हैं। मुख्य चिंता भूस्खलन और पेड़ों का उखड़ना है। ट्रैफिक की किसी भी समस्या से बचने के लिए हमें सड़कों को जल्दी से साफ करना होगा। हमारे पास बहुप्रतिभाशाली कर्मी हैं जो किसी भी स्थिति का जवाब दे सकते हैं।”

    भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पिछले 6 घंटे के दौरान उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखा और आज शाम 5:30 बजे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर, विशाखापत्तनम से लगभग 300 किमी दक्षिण-एसई, गोपालपुर से लगभग 420 किमी दक्षिण में, 480 किमी दक्षिण में केंद्रित है।

    आईएमडी के अनुसार, इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने, और तेज होने और उत्तर आंध्र प्रदेश से पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है। कल यानि 4 दिसंबर की सुबह तक दक्षिण ओडिशा, इसके बाद उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और ओडिशा के साथ आगे बढ़ने की संभावना है। 5 दिसंबर दोपहर के आसपास पुरी के पास पहुंच रहा है। इसके बाद इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर तटीय ओडिशा के साथ पश्चिम बंगाल तट की ओर बढ़ने की संभावना है।