Tripura Assembly Elections 2023
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    कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भाजपा (bjp) की अंदरूनी कलह मंगलवार को उस समय और गहरी हो गई जब पार्टी के निलंबित नेता जयप्रकाश मजूमदार (Jaiprakash Majumdar) ने ‘‘पुराने लोगों” को कमतर करके आंकने और नए लोगों को अधिक तवज्जो देने के लिए पार्टी नेतृत्व की आलोचना की तथा तृणमूल कांग्रेस की मुखिया एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की तारीफ ‘‘स्ट्रीट फाइटर” के रूप में की।

    मजूमदार को रितेश तिवारी के साथ पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। मजूमदार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के नेतृत्व पर तृणमूल कांग्रेस के साथ समझौता करने और प्रशांत किशोर द्वारा संचालित कंसल्टेंसी आई-पीएसी के साथ गुपचुप मिलीभगत होने का आरोप लगाया।

    उन्होंने कहा, ‘‘पुराने समय के और अनुभवी नेताओं का प्रदेश इकाई में कोई स्थान नहीं है। अन्य दलों के नेताओं, तृणमूल कांग्रेस के एजेंट अब तवज्जो पा रहे हैं।” मजूमदार ने तिवारी के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा क्योंकि नेता इसे दूसरे राज्यों से चला रहे थे जो हार के बाद गायब हो गए। वर्तमान में भी, भाजपा को कुछ बाहरी लोगों द्वारा चलाया जा रहा है। यह भाजपा के लिए राज्य में घातक साबित होगा।”

    उन्होंने इस दौरान बनर्जी की “स्ट्रीट फाइटर (जुझारू नेता)” के रूप में सराहना की और कहा कि प्रदेश भाजपा तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने के बजाय हर मुद्दे पर “अदालतों में दौड़ लगाने” पर अधिक निर्भर है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और प्रदेश महासचिव (संगठन) अमिताभ चक्रवर्ती के राजनीतिक अनुभव को लेकर मज़ाक उड़ाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि बंगाल भाजपा नौसिखियों की एक टीम है जो लियोनेल मेसी के नेतृत्व वाले अर्जेंटीना के खिलाफ खेल रही है, और वह भी केवल तीन दिन के अभ्यास के बाद।”

    उन्होंने कहा, “पूरा देश ममता बनर्जी को महान परिपक्व और राजनीतिक ज्ञान वाली राष्ट्रीय स्तर की नेता मानता है। हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन हमें सच्चाई को स्वीकार करना होगा।” दोनों नेताओं को रविवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और उनके खिलाफ जांच पूरी होने तक उन्हें पार्टी से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था।

    मजूमदार ने कहा, ‘‘मैं जानना चाहता हूं कि पार्टी के संविधान के किस नियम के तहत हम दोनों को निलंबित किया गया। यह न केवल अनैतिक है, बल्कि पार्टी के अनुशासन का भी उल्लंघन है।” वहीं, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी मजूमदार को यह बताने के लिए बाध्य नहीं है कि दोनों के खिलाफ कार्रवाई किस नियम के तहत की गई।

     उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी संविधान में ऐसा कोई नियम नहीं है जो हमें उन्हें यह बताने के लिए बाध्य करे कि किस नियम के तहत कार्रवाई की गई। दूसरा यह कि पार्टी के नियमों और विनियमों का पालन करते हुए सभी कदम उठाए गए हैं।” (एजेंसी)