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    गोरखपुर : तकनीकी (Technology) आज की आवश्यकता है लेकिन लोक कल्याणकारी विकास (Public Welfare Development) के लिए संवेदनशीलता अपरिहार्य है। सिर्फ तकनीकी में कैद होकर आत्मा को गिरवी नहीं रखा जा सकता। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) के साथ ह्यूमन इंटेलिजेंस (Human Intelligence) भी बहुत महत्वपूर्ण है। तकनीकी का बेहतर उपयोग तब होता है जब इसके साथ संवेदनशील दृढ़ इच्छाशक्ति जुड़ी होती है। 

    यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कही। वह महात्मा गांधी कॉलेज परिसर में नेशनल एजुकेशन सोसाइटी के प्रबंधक स्वर्गीय प्रेम नारायण श्रीवास्तव की प्रतिमा का अनावरण और इस शिक्षण संस्थान के संस्थापक रामगरीब लाल की स्मृति में नवीनीकृत सभागार और वरिष्ठ नागरिक प्रेरक परिषद के भवन का लोकार्पण करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। सीएम योगी ने कहा कि कोरोना संकटकाल में जब दुनिया में अपनी शक्ति की दादागिरी दिखाने वाले देश पस्त थे तब भारत ने पीएम मोदी के मार्गदर्शन में संवेदनशीलता और तकनीकी के सामंजस्य से मात्र नौ माह में दो कोविड वैक्सीन बनाकर पूरी दुनिया के सामने मानवता की सेवा का नायाब उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भारत ने यह दिखा दिया कि उसमें विश्व गुरु बनने का सामर्थ्य है और आज हम उसी संकल्प के साथ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। 

    उत्तर प्रदेश का युवा सबसे ऊर्जावान

    कार्यक्रम में सीएम योगी ने विद्यार्थियों में जोश का संचार करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का युवा सबसे उर्जावान है। इसे देखकर गौरव की अनुभूति होती है। आज वह देश-दुनिया में कहीं भी जाते हैं जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में यूपी का युवा आत्मीयता के भाव से कार्य करते दिखाई देता है। वह प्रदेश के विकास में योगदान देने को उत्सुक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम और दक्ष बनाने के लिए इस सरकार कई कार्यक्रमों को आगे बढ़ा रही है। अभ्युदय कोचिंग की योजना से अब उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा इसके साथ ही सरकार अगले 2 वर्षों में 5 करोड़ स्नातक-परास्नातक और तकनीकी शिक्षा से जुड़े छात्रों को स्मार्टफोन और टेबलेट देने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। अब तक 15 लाख छात्रों को इस स्मार्टफोन में टेबलेट वितरित किए जा चुके हैं। सरकार का लक्ष्य है कि हर एक छात्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति की मंशा के अनुरूप आर्थिक स्वावलंबन के राष्ट्रीय पर आगे बढ़ते हुए समाज और राष्ट्र के हित में अपना योगदान दें। इसके लिए प्रधानमंत्री स्टार्टअप योजना, स्टैंडअप योजना, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री डिजिटल योजना, उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, ओडीओपी योजना आदि युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिक्षण संस्था का यह दायित्व है वह शासन की नीतियों से खुद को जोड़ते हुए प्रत्येक विद्यार्थी को कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराए। इन योजनाओं से जुड़कर विद्यार्थी डिग्री लेकर भटकने को मजबूर नहीं रहेगा।

    पीछे छूट जाएगा समय की गति को नहीं समझने वाला

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विद्यार्थियों को नसीहत देते हुए कहा कि आज समय के अनुरूप चलने की आवश्यकता है। जो भी समय की गति को नहीं समझेगा, वह पीछे छूट जाएगा। हमें यह जानना होगा कि आज की आवश्यकता क्या है। समयानुरूप निर्णय नहीं होने पर हम कोसों दूर रहकर एकाकीपन का हिस्सा हो जाएंगे इसलिए हमें समय के हिसाब से खुद को तैयार करना होगा। 

    पीएम मोदी के पंच प्रण से जुड़ने का लें संकल्प

    मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। हमें यह विचार करना होगा कि आजादी के शताब्दी वर्ष तक हम कैसा भारत देखना चाहते हैं। दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति और दुनिया का नेतृत्व करने वाला भारत देखने के लिए हमें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बताए गए पंच प्रणों से खुद को जोड़ने का संकल्प लेना होगा। इसमें युवाओं की बड़ी भूमिका है। सीएम योगी ने कहा कि विकसित भारत का निर्माण करने में हम सबकी जिम्मेदारी है। अपने क्षेत्र के कर्तव्य का पालन ही राष्ट्रीय कर्तव्य है और ऐसा करते हुए हम नए भारत की नई तस्वीर बनाएंगे।

    विरासत के प्रति रखना होगा सम्मान का भाव

    सीएम योगी ने कहा कि विरासत के प्रति सम्मान का भाव रखना हम सबका दायित्व और नेशनल एजुकेशन सोसाइटी में यह भाव दिखाकर अभिनंदनीय कार्य किया है। नेशनल एजुकेशन सोसाइटी के पूर्व प्रबंधक प्रेम नारायण श्रीवास्तव को याद करते हुए उन्होंने कहा कि प्रेम बाबू जिससे भी मिलते थे, उनके सहज व्यवहार से वह उनका हो जाता था। शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान सराहनीय है। 

    कन्या छात्रावास की मांग पर सीएम ने दिया आश्वासन

    कार्यक्रम नेशनल एजुकेशन सोसाइटी की तरफ से एमजी कॉलेज में 200 की क्षमता वाले कन्या छात्रावास की मांग की गई। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रस्ताव तैयार करके भेजिए, इस प्रस्ताव पर कार्यवाही को आगे बढ़ाया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन नेशनल एजुकेशन सोसाइटी के सचिव मनकेश्वर नाथ पांडेय ने और आभार ज्ञापन सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. सुरेंद्र दुबे ने किया। इस अवसर पर भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, नेशनल एजुकेशन सोसायटी और महात्मा गांधी कॉलेज की प्रबंध समिति के पदाधिकारीगण शिव नारायण श्रीवास्तव, ममता नारायण गंगा दयाल श्रीवास्तव दीप नारायण, हरिनंदन लाल श्रीवास्तव, पूर्वी नारायण, राहुल नारायण, एमजीपीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अनिल कुमार सिंह, एमजी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ओम प्रकाश सिंह आदि मौजूद रहे।