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    पणजी: ओपनएआई के चैटजीपीटी (ChatGPT) और गूगल के जल्द ही लॉन्च होने वाले बार्ड एआई की बदौलत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की चर्चाएं हर जगह हैं। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित ‘ऑरास’ (Aurus) नाम के रोबोट को गोवा के समुद्र तट पर तैनात किया गया है। यह रोबोट बिल्कुल लाइफगार्ड (LifeGuard) की तरह लोगों की जान बचाने में मदद करने वाला है। गोवा स्टेट डेजिग्नेटेड लाइफगार्ड सर्विसेज एजेंसी ने कहा कि ऑरास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा संचालित एक सेल्फ-ड्राइविंग रोबोट (Self Driving Robot) है। यह रोबोट एआई सिस्टम पर आधारित है।

    पर्यटकों को करता है सचेत 

    लाइफगार्ड संगठन दृष्टि मरीन के एक प्रवक्ता ने कहा कि घरेलू और विदेशी पर्यटकों की बढ़ती संख्या के कारण गोवा के तट पर दुर्घटनाओं में वृद्धि के बाद एआई आधारित रोबोट पेश किया गया था। पिछले दो वर्षों में तटीय क्षेत्रों में लोगों द्वारा 1,000 से अधिक बचाव देखे गए हैं। ओरस है एक स्व-ड्राइविंग रोबोट है जो पानी में गश्त करता है, पर्यटकों को सचेत करता है और उच्च ज्वार पर जीवनरक्षकों की सहायता करता है। रोबोट समुद्र तट की निगरानी और भीड़ की योजना बनाने में भी मदद करेगा।

     गोवा में मोरजिम बीच में ट्राइटन पर तैनात 

    इसके अलावा इस ट्राइटन मॉनिटरिंग सिस्टम का प्राथमिक फोकस पूरी तरह से गैर-जल क्षेत्रों की एआई आधारित निगरानी है। ताकि यह खतरा दिखने पर पर्यटकों को अलर्ट कर लाइफगार्ड्स की मदद कर सके। एजेंसी के अधिकारियों के अनुसार औरास वर्तमान में उत्तरी गोवा में मीरामार बीच (Miramar Beach)और बयाना, वेलसाओ, बेनोलिम, दक्षिण गोवा में गलगिबाग और उत्तरी गोवा में मोरजिम में ट्राइटन पर तैनात है। अन्य 100 ट्राइटन इकाइयां और 10 औरास इकाइयां राज्य में समुद्र तटों पर तैनात की जानी हैं।