कोलंबो. आर्थिक संकट (Economic Crisis) जूझ रहा श्रीलंका (Sri Lanka) अब गृह युद्ध की ओर बढ़ता जा रहा है। देश में आर्थिक संकट को लेकर पिछले तीन महीने से प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी फिर से हिंसक हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों पहले जहां राष्ट्रपति भवन पर कब्ज़ा कर लिया। वहीं, अब देश के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (PM Ranil Wickremesinghe) के निजी आवास को आग लगा दी।
प्रधानमंत्री का इस्तीफ़े का ऐलान
इससे पहले आज प्रधानमंत्री के मीडिया प्रभाग ने कहा कि सर्वदलीय सरकार बनने और संसद में बहुमत साबित होने के बाद वह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। उनके कार्यालय ने कहा कि विक्रमसिंघे तब तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे। विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं से कहा कि वह इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पद छोड़ने का निर्णय ले रहे हैं कि इस सप्ताह से देशव्यापी ईंधन वितरण दोबारा शुरू किया जाना है, विश्व खाद्य कार्यक्रम के निदेशक इस सप्ताह देश का दौरा करने वाले हैं और आईएमएफ के लिए ऋण निरंतरता रिपोर्ट को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाना है।
#WATCH | Sri Lanka: Amid massive unrest in the country, protestors set ablaze the private residence of Sri Lankan PM Ranil Wickremesinghe#SriLankaCrisis pic.twitter.com/BDkyScWpui
— ANI (@ANI) July 9, 2022
पार्टी के हर फैसले को मानने से इनकार
जनता के प्रदर्शन को देखते हुए राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे इस्तीफा देने के लिए तैयार हो गए हैं। उन्होंने बयान जारी करते हुए कहा कि, मैं इस्तीफा देने को तैयार हूँ और पार्टी जो फैसला लेगी और कहेगी उसे मानने के लिए तैयार हैं।”
#WATCH | As the economic crisis in Sri Lanka triggers nationwide unrest, protestors stormed the premises of the presidential palace in the capital Colombo, earlier today#SriLankaCrisis
(Source: Reuters) pic.twitter.com/zFAsj3qPhw
— ANI (@ANI) July 9, 2022
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प
राष्ट्रपति भवन को घेरने के लिए बड़ी संख्या में प्रदर्शनकरी पहुंचे। इस प्रदर्शन में पूर्व क्रिकेटर सनाथ जयसूर्या में भी मौजूद थे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी फेंके।
श्रीलंका दिवालिया घोषित
श्रीलंका पिछले कई महीनों से आर्थिक संकट से जूझ रहा है। देश में महंगाई आसमान को छू कर पार कर गई है। पेट्रोल-डीजल, खाने-पीने की वस्तुओं की बेहद कमी हो गई है, वहीं उनकी कीमत जनता के हाथ से बाहर निकल चुकी है। इसी को लेकर पिछले तीन महीने से श्रीलंका के नागरिक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच शुक्रवार को प्रधानमंत्री रानिल ने देश को दिवालिया घोषित कर दिया है।