Kangana Ranaut's independence statement created a ruckus, the descendants of freedom fighters burnt the effigy of the actress in Indore
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    मुंबई: बॉलीवुड अदाकारा कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को अपने बेबाक अंदाज के लिए जाना जाता है। कंगना हमेशा अपने किसी फिल्म के वजह से या अपने सोशल मीडिया अकाउंट के पोस्ट की वजह से, या तो कभी अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में बनी रहती हैं। कंगना सामाजिक और राजनीतिक हर एक मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखती नजर आती हैं। बॉलीवुड में कंगना के पंगे की चर्चे बहुत है। 

    कंगना इन दिनों अपनी फिल्म थलाइवी (Thalaivii) के प्रमोशन में बिजी है। फिल्म 10 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। ऐसे में अब थेटर्स ने कंगना की फिल्म को तीन राष्ट्रीय मल्टीप्लेक्स चेन्स ने कथित तौर पर दिखाने से इनकार कर दिया है। तो अब इस पर कंगना का गुस्सा का फूट पड़ा है। एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वीडियो शेयर किया है।

    कंगना वीडियो में कहती हैं- ‘नमस्कार दोस्तों, मैंने हमेशा इन वीडियोज माध्यम से आपसे कोई मुद्दों पर बात की है। आज भी करने वाली हूं, महामारी बीमारी में फिल्म से लेकर कई सारे बिजनेस बुरी तरह से ग्रस्त हुए हैं। इन में से एक सिनेमा का बिजनेस है, थियेटर बिजनेस का इस पर बहुत बुरा प्रभावित हुआ है। लेकिन इस दौरान डिजिटल प्लेटफॉर्म ने बहुत अच्छा तरक्की की है। 

     
     
     
     
     
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    कंगना ने आगे कहा- ‘हमारी फिल्म थलाइवी जो आज तक सबसे बड़े बजट की फीमेल सेंट्रिक फिल्म है, 90 करोड़ के बजट से बनकर तैयार हुई है. हमारे लिए बहुत ही बड़ी समस्या थी कि, मेरे जो प्रोड्यूसर हैं विष्णु इंदुरी जी और शैलेष सिंह जी। उन्होंने मिलकर एक फैसला लिया था कि जिन थियेटर्स ने हमें बनाया है। जो लाखों का घरबार चलाते हैं हमें उन्हें सपोर्ट करना है।’

    कंगना ने साथ ही कहा- ‘मैंने बहुत सारे डिजिटल एक्सक्लूसिव के ऑफर ठुकराए। लेकिन, हमें क्या पता नहीं था कि हमें थियेटर्स का ही समर्थन नहीं मिलेगा इसमें। हिंदी में हमारी फिल्म की लागत वसूल करने के लिए, हमें सिर्फ 2 हफ्ते का विंडो मिला है। जो कि, थियेटर एक्सेप्ट करता है। थियेटर्स का कॉन्ट्रेक्ट कम से कम 4 हफ्ते का होता है।

    ‘हिंदी में तो मुझे समझ आता है कि कोई तो बहाना है। लेकिन, साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में हमारी फिल्म 3 भाषाओं में बनी है। लेकिन, वहां भी हमारी फिल्म मल्टीप्लेक्स रिलीज नहीं कर रहे हैं। वह कुछ बड़े-बड़े बैनर्स के नाम ले रहे हैं। यशराज का नाम ले रहे हैं और कह रहे हैं कि हम ये अलाउ नहीं करेंगे वह अलाउ नहीं करेंगे। यह अनुचित है और इस परीक्षा के समय में और भी क्रूर जब महाराष्ट्र जैसे प्रमुख क्षेत्र भी बंद हैं। कृपया सिनेमाघरों को बचाने के लिए एक-दूसरे की मदद करें।