स्वतंत्रता दिवस पर 20 साल बाद मणिपुर में प्रदर्शित होगी पहली हिंदी फिल्म

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मुंबई: आदिवासी छात्रों की संस्था हमार स्टूडेंट्स एसोसिएशन (HSA) ने 20 से अधिक वर्षों के बाद मणिपुर के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंगलवार शाम को चुराचांदपुर के रेंगकाई (लाम्का) में एक हिंदी फिल्म प्रदर्शित करने की योजना बनाई है।

IANS की रिपोर्ट के मुताबिक चुराचांदपुर के रेंगकाई (लाम्का) में मंगलवार शाम को HSA ने एक हिंदी फिल्म दिखाने का आयोजन किया है। HSA ने सोमवार देर रात जारी एक बयान में कहा कि वे देश के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मंगलवार को सार्वजनिक रूप से एक हिंदी फिल्म प्रदर्शित करेंगे। बयान में कहा गया है कि, ‘यह आतंकवादी समूहों और मैतेई समर्थक मणिपुर राज्य सरकार के खिलाफ हमारी अवज्ञा और विरोध को दर्शाने के लिए है, जिन्होंने दशकों से आदिवासियों को अपने अधीन रखा है।’

इस बयान में दावा किया गया कि 2006 में प्रतिद्वंद्वी ‘आतंकवादी’ समूह यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट/कंगलेइपाक कम्युनिस्ट पार्टी के कैडरों ने कानून और व्यवस्था बहाल करने के भारतीय सेना के प्रयासों का समर्थन करने के लिए ग्रामीणों को ‘सबक’ सिखाने के लिए 20 से अधिक हमारों की हत्या कर दी। महिलाओं की हत्या कर दी गई, कुछ नाबालिगों के साथ बलात्कार किया गया।

बयान में कहा गया, ‘स्वतंत्रता और न्याय के लिए हमारी लड़ाई जारी रखने की प्रतिज्ञा में हमारे साथ शामिल हों।’ HSA ने आगे कहा कि, ‘मणिपुर में 20 साल से अधिक समय से हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। आखिरी फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ साल 1998 में सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित की गई थी।

बयान में कहा गया, ‘हम उन राष्ट्र-विरोधी आतंकवादी समूहों से अपनी आजादी की घोषणा करेंगे जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस के बहिष्कार की घोषणा की है।’ हालांकि, HSA ने मंगलवार को रिलीज होने वाली हिंदी फिल्म के नाम का खुलासा नहीं किया।

–आईएएनएस