Astra Missile

    नई दिल्ली. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने मंगलवार (21 फरवरी) को हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली का परीक्षण एन मौके पर टाल दिया। यह मिसाइल 100 किमी से आगे के लक्ष्यों को मार गिराने में सक्षम है।

    रक्षा अधिकारियों के मुताबिक यह मिसाइल स्वदेशी एलसीए तेजस मार्क 1A लड़ाकू विमान से लैस होगी। साथ ही इसे उन्नत मिग-29 जेट्स पर भी लगाया जाएगा। अस्त्र मिसाइल DRDO द्वारा विकसित एक अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली है। इसे विभिन्न रेंजों और ऊंचाई पर हवाई लक्ष्यों को संलग्न करने और नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

    अस्त्र मिसाइल की रेंज 110 किमी तक है और यह 20 किमी तक की ऊंचाई पर लक्ष्य को भेद सकती है। मिसाइल फुर्तीले और गैर-चालाक दोनों लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है, जिससे यह हवा से हवा में युद्ध की स्थितियों में अत्यधिक बहुमुखी हो जाती है।

    अस्त्र मिसाइल अपने असाधारण प्रदर्शन को प्राप्त करने के लिए एक ठोस-ईंधन रॉकेट मोटर और एक उन्नत मार्गदर्शन प्रणाली का उपयोग करती है। मिसाइल की मार्गदर्शन प्रणाली में जड़त्वीय नेविगेशन, मध्य-मार्ग मार्गदर्शन और टर्मिनल मार्गदर्शन के लिए सक्रिय रडार होमिंग शामिल है। यह मिसाइल को प्रतिकूल मौसम की स्थिति और इलेक्ट्रॉनिक प्रत्युपाय के वातावरण में भी लक्ष्य को ट्रैक करने और संलग्न करने की अनुमति देता है।

    अस्त्र मिसाइल को Su-30MKI, मिराज 2000 और तेजस फाइटर जेट सहित विभिन्न विमानों से लॉन्च किया जा सकता है। मिसाइल एक ऑन-बोर्ड रेडियो प्रॉक्सिमिटी फ्यूज से लैस है जो इसे अपने लक्ष्य के करीब होने पर विस्फोट करने में सक्षम बनाता है, जिससे अधिकतम क्षति सुनिश्चित होती है।

    इस मिसाइल का पहली बार 2003 में परीक्षण किया गया था और 2019 में इसे भारतीय वायु सेना में शामिल करने से पहले कई सफल परीक्षण किए गए थे। ये मिसाइल भारत की वायु रक्षा क्षमताओं के लिए महत्वपूर्ण है, जो देश को एक स्वदेशी, अत्यधिक उन्नत एयर-टू-एयर मिसाइल प्रणाली प्रदान करती है।