
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को बताया कि उसने कोयला ढुलाई में ‘‘अवैध” वसूली से जुड़े ‘‘घोटाले” के तहत गिरफ्तार दो आरोपियों- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया (Saumya Chaurasia ) और कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी- की 17.48 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति कुर्क की है।
संघीय जांच एजेंसी ने एक बयान में बताया कि प्रारंभिक रूप से कुर्क की गई कुल 51 संपत्तियों में से 7.57 करोड़ रुपये की आठ बेनामी संपत्तियों पर चौरसिया का ‘‘लाभप्रद स्वामित्व” हैं और शेष 43 संपत्तियों पर तिवारी का ‘‘लाभप्रद नियंत्रण” है।
प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल दो आरोपियों और कुछ अन्य लोगों की संपत्तियां धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कुर्क किए जाने का आदेश जारी किया था। ताजा कार्रवाई के बाद इस मामले में कुर्क की गई संपत्तियों की कुल कीमत करीब 170 करोड़ रुपये हो गई है।
एजेंसी का आरोप है कि उसकी जांच ‘‘एक बड़े घोटाले से संबंधित है जिसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, नेताओं और बिचौलियों से जुड़े एक समूह द्वारा छत्तीसगढ़ में प्रत्येक टन कोयले की ढुलाई के लिए 25 रुपये की अवैध उगाही की जा रही थी।” इस मामले में अब तक चौरसिया और तिवारी समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। (एजेंसी)