G. Shrikant

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छत्रपति संभाजीनगर: मंगलवार की देर शाम राज्य सरकार द्वारा किए गए कई आईएएस अधिकारियों के तबादलों में स्थानीय महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी (Dr. Abhijeet Chowdhary) का तबादला करते हुए उनके स्थान पर जीएसटी के औरंगाबाद रेंज के जॉईंट कमिश्नर जी. श्रीकांत (G. Shrikant ) की नियुक्ति की। सरकार के आदेश के दूसरे ही दिन यानी बुधवार की सुबह जी. श्रीकांत महानगरपालिका के प्रभारी कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय (Astik Kumar Pandey) के साथ महानगरपालिका पहुंचे और उन्होंने पांडेय से पदभार संभाला। उसके बाद उन्होंने दिन भर महानगरपालिका मुख्यालय में  बैठकर महानगरपालिका के कामकाज को समझा।

पदभार संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए जी. श्रीकांत ने कहा कि मैं जानता हूं कि शहरवासी पेयजल आपूर्ति को लेकर परेशान हैं, लेकिन मेरा संकल्प है कि नागरिकों को हर दिन पानी कैसे दिया जाए, विशेषकर हर दिन 24 घंटे पेयजल आपूर्ति करने का संकल्प उन्होंने जताया। महानगरपालिका कमिश्नर ने कहा कि मैं सबको साथ लेकर जनप्रतिनिधियों के सहयोग से शहरवासियों की जरुरतों को पूरा करने का प्रयास करुंगा। जी. श्रीकांत ने बताया कि पदभार संभालते ही मुझे शहर की नई पेयजल योजना को लेकर विभागीय आयुक्त कार्यालय में आयोजित बैठक में हाजिरी लगाना है। मेरा प्रयास है कि शहरवासियों को हर दिन 24 घंटे पेयजल आपूर्ति की जाए। इस शहर की पहचान ऐतिहासिक शहर के रुप में है। उसके महानगरपालिका कमिश्नर का पदभार मिलने से मेरी जिम्मेदारी बढ़ गई है। 

नई टेक्नोलॉजी से नागरिकों को बेहतर सुविधा देने का प्रयास 

एक सवाल के जवाब में जी. श्रीकांत ने कहा कि आधुनिकता के इस युग में आधुनिक टेक्नोलॉजी के सहारे स्मार्ट वर्क कर शहरवासियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने का मेरा प्रयास रहेगा। उन्होंने माना कि जी-20 परिषद के चलते शहर स्मार्ट और खुबसुरत बना है। जिससे नई आशा निर्माण हुई है। इस परिषद के चलते शहर का बदला हुआ रुप जस की तस रहे, इसके लिए मैं प्रयास करुंगा। 

दुबई की तरह कर वसूली करने का प्रयास 

दुबई में आधुनिक तरीके से कर वसूली की जाती है। उसी तर्ज पर औरंगाबाद महानगरपालिका में कर वसूली के लिए दुबई पैटर्न, संपत्ति कर, पेयजल कर वसूली पर लक्ष्य केन्द्रीत किया जाएगा। दुबई की तरह वसूली के लिए प्रक्रिया अपनाने का प्रयास करुंगा। नागरिकों में कर नहीं यह शुल्क है, इस तरह की भावना निर्माण होनी चाहिए। शहर में विकास कार्य करते समय एक हाथ से वसूली तो दूसरी हाथ से खर्च करना होगा, तब जाकर महानगरपालिका की आर्थिक व्यवस्था बेहतर रह पाएगी। 

9 साल रेलवे टीसी के रुप में किया काम 

यूपीएससी की परीक्षा देने से पूर्व मैंने नौ साल तक साउथ सेन्ट्रल रेलवे में 9 साल तक टीसी पद पर कार्य किया। टीसी पद पर कार्य करते समय ही मैंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की। उसमें मुझे कामयाबी मिली। गत 14 साल से प्रशासनीक सेवा में कार्य कर रहा हूं। गत 20 सालों से मैंने मराठवाडा में ही सेवा दी है। उन्होंने बताया कि जीएसटी विभाग का सह आयुक्त के रुप में गत दो साल में शहर में काम कर रहा हूं। अब सरकार ने मुझे महानगरपालिका का पदभार सौंपा है। आम नागरिकों के लिए कौन से काम जरुरी हैं, इससे मैं भली भांति परिचित हूं। ऐसे में शहरवासियों को महानगरपालिका कमिश्नर जो कार्यों की अपेक्षा रहती है, उन अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करने का आश्वासन नए महानगरपालिका कमिश्नर जी. श्रीकांत ने दिया।