MLA Dr. Kalyan Kale retaliates in Aurangabad, said- MLA Haribhau Bagde is an expert in telling lies

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    औरंगाबाद : बीजेपी (BJP) के जिस वयोवृध्द विधायक हरिभाउ बागड़े (Haribhau Bagde) उर्फ नाना ने विधानसभा (Assembly) के अध्यक्ष पद का पदभार संभाला है, ऐसे वयोवृध्द विधायक ने लोकतंत्र के उच्च सभागृह विधानसभा में  औरंगाबाद कृषि उपज बाजार समिति (Aurangabad Agricultural Produce Market Committee) की जिन्सी में स्थित जमीन बेचने के मामले में झूठ बोलकर उच्च सभागृह का अपमान किया है। वयोवृध्द विधायक को उच्च सभागृह में झूठ बोलना उचित नहीं लगता। इसलिए विधायक बागड़े ने तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। यह मांग पूर्व विधायक और कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डॉ. कल्याण काले ने आयोजित प्रेस वार्ता में करते हुए बागड़े की गुट का जब बाजार समिति में संचालक मंडल कार्यरत था, तब सबसे अधिक भ्रष्टाचार होने की कई कारनामें सबूतों के साथ उजागर किए।

    वर्तमान में राज्य सरकार के जारी बजट अधिवेशन में जिले के फुलंब्री निर्वाचन क्षेत्र के विधायक और राज्य के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरिभाउ बागड़े ने  बाजार समिति की जिन्सी परिसर में स्थित जमीन बेचने के मामले में इस परिसर के पूर्व विधायक डॉ. कल्याण काले का नाम लिए बिना बजट पर जारी चर्चा में निशाना साधा था। यह जमीन बेचने के लिए राज्य कृषि पणन मंडल  की परमिशन न लेने और वर्तमान में बाजार समिति में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार जारी होने  का आरोप लगाया था।इस पर सोमवार शाम पूर्व विधायक डॉ. कल्याण काले ने प्रेस वार्ता में  बागड़े के गुट के कार्यकाल में कृषि उपज बाजार समिति में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोलकर उन पर खुब निशाना साधा।

    पणन महासंघ से परमिशन लेकर ही हुआ जिन्सी की जमीन का  व्यवहार 

    डॉ. कल्याण काले ने बताया कि बाजार समिति पर इससे पूर्व बागड़े गुट का संचालक मंडल कार्यरत था। उनके कार्यकाल में ही जिन्सी की जमीन बेचने को लेकर सारी प्रक्रिया हुई। बल्कि, उनके कार्यकाल में कार्यरत संचालक मंडल ने जमीन के दाम तय करने के साथ ही उक्त जमीन बेचने के लिए पणन महासंघ की परमिशन भी ली थी। इस जमीन को बेचने का निर्णय तत्कालीन संचालक मंडल ने लेकर 21 करोड़ रुपए जमीन की कीमत तय की थी। उसके बाद शौर्य एसोसिएटॅ्स ने उक्त जमीन 21 करोड़ 75 लाख रुपए में खरीदने के लिए टेंडर भरा। इसी दरमियान  उक्त जमीन का विवाद न्यायालय में पहुंचने पर वर्तमान में हमारे संचालक मंडल ने न्यायालय के निर्देश पर कुल 15 हजार 645  स्केवेयर मीटर में से 4 हजार 500 स्केवेयर मीटर जमीन शौर्य एसोसिएटॅ्स को रजिस्ट्री कर दी। बल्कि, अभी और 11 हजार 142 से अधिक स्केवेयर मीटर जमीन की रजिस्ट्री करके देना बाकी है। शौर्य एसोसिएटॅ्स को जिन्सी की जमीन बेचने के सारे निर्णय बागड़े के नेतृत्व में कार्यरत उपज बाजार समिति के मंडल ने लिए हुए है,  फिर उसमें भ्रष्टाचार कैसा हुआ ?  इस पर डॉ. काले ने सवाल उठाते हुए साफ कहा कि बीजेपी के वयोवृध्द विधायक बागड़े द्वारा लोकतंत्र  के उच्च सभागृह विधानसभा में झूठ बोला गया। बल्कि, बागड़े हमेशा झूठ बोलने में माहिर  है। इस पर डॉ. काले ने  कड़ी नाराजगी जताते हुए उनसे माफी मांगने के अलावा  इस्तीफे की मांग भी की। 

    25 एकड़ की जमीन का 7.12 बाजार समिति के नाम किया

    शहर के जलगांव रोड पर बाजार समिति की 25 एकड़ जमीन जो करोड़ों के दाम की है। यह जमीन बाजार समिति की न होने का नाटक विधायक हरिभाउ बागड़े रचते हुए उक्त जमीन एक बिल्डर को देने के सारा खेल रचा था। असलियत में जलगांव रोड की 25 एकड़ जमीन बाजार समिति की ही थी। यह जमीन काफी महंगी और मौके की थी। इसलिए यह जमीन बिल्डर को सौंपने का सारा षडयंत्र रचकर लाखों रुपए का लेन देन भी किया था। इस जमीन का  मामला जब न्यायालय में पहुंचा, तब न्यायालय ने सारे दस्तावेज के आधार पर उक्त जमीन बाजार समिति की होने की मुहर लगाई। जिसके बाद वर्तमान में हमारे संचालक मंडल के प्रयासों से उक्त जमीन का 7/12 औरंगाबाद कृषि उपज बाजार समिति के नाम हुआ है। डॉ. कल्याण काले ने बागड़े के कार्यकाल के संचालक मंडल ने करमाड़ में भी बड़े पैमाने पर बाजार समिति की जमीन में धांधलियां करने का आरोप लगाते हुए उसकी जांच सरकार स्तर पर जारी होने की जानकारी दी। डॉ. कल्याण ने बागड़े के संचालक मंडल के कार्यकाल में   100 करोड़ से अधिक का भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए साफ कहा कि इसके सारे सबूत मेरे पास है। डॉ. काले ने कहा कि  मैं बिना सबूतों के हवा में किसी तरह के आरोप बागड़े पर नहीं लगा रहा हूं। साथ ही पीसादेवी रोड़ पर स्थित बाजार समिति की जमीन पर भी कमर्शियल इमारतों का निर्माण बड़े पैमाने पर बागड़े और उनके संचालक मंडल के कार्यकाल में  भ्रष्टाचार कर किया गया। इसकी भी डॉ. कल्याण काले ने पोल खोली। प्रेस वार्ता में जगन्नाथ काले के अलावा कई सदस्य उपस्थित थे।