Shiv Sena started recovery from traders under the guise of gunthewari : Sanjay Kenekar

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    औरंगाबाद : गुंठेवारी कानून (Bondage law) के आड़ (Guise) में शिवसेना (Shiv Sena) के स्थानीय नेताओं ने पालकमंत्री (Foster Minister) सुभाष देसाई (Subhash Desai) और महानगरपालिका कमिश्नर (Municipal Commissioner) आस्तिक कुमार पांडेय (Aastik Kumar Pandey) के आशिर्वाद से व्यापारियों (Merchants) को अपनी संपत्तियोंं (Properties) पर हतौड़ा (Hammer) चलाने से बचाने के लिए धमकियां देकर वसूली (Recovery) शुरु की है। यह गंभीर आरोप भाजपा के शहराध्यक्ष संजय केणेकर ने आयोजित प्रेस वार्ता (Press Conference) में लगाया।

    गौरतलब है कि हाल ही में महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने मीडिया के माध्यम से गुंठेवारी परिसर के नागरिकों को  चेताया था कि वे 31 अक्टूबर तक अपनी संपत्तियां नियमित करा ले। उसके बाद महानगरपालिका प्रशासन की ओर से व्यावसायिक संपत्तियों पर हतौड़ा चलाने की कार्यवाई शुरु की जाएगी। कमिश्नर के चेतावनी के बाद गुंठेवारी परिसर के नागरिकों की नींद हराम हो चुकी थी। इसी दरमियान सोमवार शाम जिले के पालकमंत्री सुभाष देसाई ने महानगरपालिका प्रशासन द्वारा 1 नवंबर से गुंठेवारी परिसर के नियमित नहीं हुई कमर्शियल संपत्तियों पर हतौड़ा चलाने के महानगरपालिका प्रशासन की निर्णय को स्थगिति दी थी। इस पर भाजपा ने खूब राग अलापकर पालकमंत्री देसाई पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें शिवसेना का वसूलीदार कहा।

    केणेकर ने कहा कि सालों से शिवसेना के निकट ही लोगों ने शहर के आस-पास अवैध बस्तियां निर्माण कर गरीब और जरुरतमंद  लोगों को औने-पौनें दामों में प्लाट बेचा है। यह सारा खेल सालों से शिवसेना के आशिर्वाद से शहर में जारी  है। महानगरपालिका प्रशासन को इस पर रोक लगाने के लिए अवैध बस्तियों का निर्माण करनेवालों पर सबसे पहले मामला  दर्ज करना चाहिए। आज प्रशासन की आड़ में स्थानीय शिवसेना पदाधिकारी गुंठेवारी परिसर के व्यापारियों को अपने संपत्तियों को बचाने के लिए उन्हें वीडिओ क्लीप द्वारा धमका रहे है। जिन लोगों ने अवैध संपत्तियां निर्माण कर उन्हें बेचा सबसे पहले उन लोगों को ढूंढकर उन पर मामला दर्ज करने की मांग भाजपा शहराध्यक्ष केणेकर ने की।

    मामला दर्ज करने की मांग

    केणेकर ने कहा कि महानगरपालिका प्रशासन की अनदेखी से आज शहर में अवैध बस्तियों का निर्माण हुआ। प्रशासन द्वारा जिन इलाकों में अवैध बस्तियों का निर्माण शुरु हुआ तब ही उस पर लक्ष्य केन्द्रीत कर उन्हें नियमित किया होता तो शायद आज लोगों को यह परेशानियां उठानी नहीं पड़ती। एक सवाल के जवाब में केणेकर ने बताया कि पालकमंत्री सुभाष देसाईव महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय गुंठेवारी परिसर के नागरिकों में दहशत फैला रहे है। इसको लेकर भाजपा पदाधिकारी पुलिस कमिश्नर डॉ. निखिल गुप्ता से मुलाकात कर पालकमंत्री देसाई और महानगरपालिका आयुक्त पांडेय पर मामला दर्ज करने की मांग करेंगे।

    मोर्चा निकालने की चेतावनी

    भाजपा शहराध्यक्ष केणेकर ने बताया कि साल 2005 से 2017 तक महानगरपालिका की आम सभा में पारित हुए विशेष प्रस्ताव के तहत गुंठेवारी परिसर के घर को नियमित करने के लिए प्रति स्क्वायर फिट 120 रुपये के हिसाब से दाम तय किया गया था। वर्तमान में रेडिरेकनर दामों के अनुसार घरों को नियमित करने के लिए 4 से 5 गुना अधिक रकम वसूलकर जनता को लूटा जा रहा है। प्रशासन द्वारा जारी हुकूमशाह की  नीति से लोग आत्महत्या करने के लिए मजबूर होंगे। केणेकर ने कहा कि गत दो सालों से जनता कोरोना महामारी से परेशान है।

    महामारी के काल में कई महिने तक जारी रहे लॉकडाउन के चलते लोगों की कमाई पर काफी असर पडा है। ऐसे में महानगरपालिका प्रशासन गुंठेवारी बस्तियों के निवासियों को उनके संपत्तियों को नियमित कराने के लिए डरा रहा है। गुंठेवारी परिसर के 75 प्रतिशत नागरिक टीन के घरों में रहते है। जिससे गरीबों के पास अपने घर नियमित करने के लिए जरुरी रकम नहीं है। महानगरपालिका प्रशासन अपना निर्णय बदले वरना दीपावली के बाद प्रशासन के खिलाफ महानगरपालिका पर भव्य मोर्चा निकालने की चेतावनी भाजपा शहराध्यक्ष संजय केणेकर ने दी। पत्रकार परिषद में पूर्व मेयर बापू घडामोडे, पूर्व नगरसेवक शिवाजी दांडगे, राज वानखेडे आदि उपस्थित थे।