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    भंडारा. संपूर्ण राज्य में प्लास्टिक पर पाबंदी लागू कर दी गई है. लेकिन यह पाबंदी भंडारा में कहीं भी दिखाई नहीं देती.कहने का सीधा अर्थ यही है कि पाबंदी अब भी सिर्फ कागज़ों पर ही सीमट कर रह गई है.इस पाबंदी पर अमल करने की जिम्मेदारी नगर परिषद के सफाई विभाग की है लेकिन स्पष्ट निर्देशों के अभाव में यह विभाग अभी भी अंधेरे में भटक रहा है. 1 जुलाई से सरकार की ओर से संपूर्ण प्लास्टिक बंदी का निर्णय लिया गया है.

    इस निर्णय पर कठोरता के साथ अंमल करने की सूचना भी दी गई है. इतना ही नहीं तो कहीं भी कोई भी प्लास्टिक में सामान बेचते-खरीदते हुए मिल जाए तो उससे जुर्माना वसूल करने का आदेश है.प्लास्टिक पर सामान बिक्री-खरीदी पर सजा का भी प्रावधान किया गया है.इस निर्णय पर अंमल करने की जिम्मेदारी नगर परिषद के सफाई विभाग की है.

    नगर परिषद के कार्यालय परिसर में ही लगे दुकानदारों द्वारा इस निर्णय की खुले आम धज्जियाँ उठाई जा रही है. नगर परिषद कार्यालय परिसर में ही धडल्ले के साथ प्लास्टिक की थैलियों में सामानों में बिक्री हो रही है. शहर में सब्जियों के अलावा अन्य कई सामान प्लास्टिक की थैलियों में दिए जा रहे है.मौसमी जामून की बिक्री हो या अन्य फल,खर्रा प्लास्टिक की पन्नियों में के माध्यम से ही की जा रही है.

    15 दुकानों की जांच पर नहीं मिली प्लास्टिक

    प्लास्टिक पर पाबंदी लागू हुए 4 दिन बीत गए है लेकिन अभी तक एक पर भी कार्रवाई नहीं हुई है. नगर परिषद के सफाई विभाग की कर्मचारी लीपिका गणवीर का कहना है कि गांधी चौक से लेकर एक दिशा में जानेवाले मार्ग की 15 दुकानों की जांच की गई है. लेकिन एक भी जगह प्लास्टिक नहीं मिली.