शिक्षकों की कमी से छात्र संख्या हो रही प्रभावित, रिक्त पदों ने बढ़ाई मुश्किलें

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गोंदिया. जिले की सालेकसा तहसील के शिक्षा विभाग में पड़े रिक्त पदों ने मुश्किलें बढ़ा दी है. छात्रों की दर्जेदार शिक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगता दिखाई दे रहा है. शिक्षकों की कमी से स्कूलों की छात्र संख्या प्रभावित हो रही है.

जिले की सीमावर्ती तहसील में प्राथमिक शिक्षा के लिए जिला परिषद की करीब 110 स्कूलें हैं. और इनमें 7500 से अधिक छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं. कक्षा पहली से चौथी कक्षा, पहली से सातवीं कक्षा व कुछ स्कूल पहली सें आठवीं तक है. इन स्कूलों में शिक्षकों के 367 पद मंजूर हैं, जबकि 258 शिक्षक कार्यरत हैं. शेष 107 पद रिक्त है. हाल ही में शिक्षकों की तबादले की प्रक्रिया हुई है. जिसमें 35 शिक्षकों के तबादले सालेकसा से अन्य तहसील में हुए हैं. जबकि सिर्फ 5 शिक्षक तबादले पर तहसील में आए हैं.

तहसील में शिक्षकों के रिक्त पदों की संख्या दिनोंदिन बढ़ते जाने से कई स्कूलों में एक शिक्षक पर चार-चार कक्षाओं का भार आ गया है. ऐसे में छात्रों की शैक्षणिक गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं. साथ ही शिक्षकों की कमी होने से स्कूलों की छात्र संख्या प्रभावित हो रही है. ऐसे स्कूल बंद होने की कगार पर है. सरकार ने पहले तो गांव वहां स्कूल की नीति पर अमल किया था. गांव-गांव स्कूल खोली गई. सुविधाएं उपलब्ध कराई गई. लेकिन अब शिक्षक नहीं होने वाले स्कूल बंद हो रहे हैं.

इस वजह से नक्सलग्रस्त व आदिवासी बहुल क्षेत्रों के बच्चों की शिक्षा के दरवाजे बंद हो रहे हैं. तहसील में शिक्षा विस्तार अधिकारी के 4 पद मंजूर है. जिनमें से 3 पद रिक्त हैं. केंद्र प्रमुख के मंजूर सभी 10 पद रिक्त हैं. केंद्र प्रमुख का काम पिछले कई वर्ष से स्नातक शिक्षक संभाल रहे हैं. उच्चश्रेणी प्रधानाध्यापक के 13 पद मंजूर हैं. जिनमें से 8 पद भरे हुए हैं, 5 पद रिक्त हैं. सालेकसा के शिक्षा विभाग में शिक्षक समेत कई पद रिक्त होने से उसका प्रभाव शैक्षणिक गुणवत्ता पर हो रहा हैं.