Tahsildar Movement

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गोंदिया. सरकार बार-बार वादा करती है. लेकिन मांगें पूरी नहीं होतीं. लेकिन इसके बाद अब आर-पार की लड़ाई के तौर पर तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने आंदोलन शुरू किया है. 5 दिसंबर को एक दिवसीय अवकाश आंदोलन किया गया. 18 दिसंबर को दो घंटे का धरना दिया गया. 28 दिसंबर से कामबंद आंदोलन किया जाएगा. इसके लिए महाराष्ट्र राज्य तहसीलदार व नायब तहसीलदार संगठन की ओर से जिलाधीश के माध्यम से जानकारी दी गई है.

नायब तहसीलदार राजपत्रित वर्ग दो का ग्रेड वेतन 4800 रु. करने के क्रम में के.पी. बक्षी की अध्यक्षता में समिति द्वारा प्रस्तुत प्रेजेंटेशन में कही गई बातों को लागू करें, वहीं महाराष्ट्र राज्य तहसीलदार व नायब तहसीलदार संगठन की ओर से सरकार को सौंपे गए ज्ञापन में मांगें मंजूर की जाएं, इसके लिए 5 दिसंबर को विभागीय आयुक्त कार्यालय के सामने एक दिवसीय सामूहिक अवकाश धरना दिया गया. लेकिन फिर भी सरकार ने संज्ञान नहीं लिया और चर्चा के लिए भी नहीं बुलाया. जिससे 18 दिसंबर को दो घंटे का धरना दिया गया.

उस पर भी कार्रवाई नहीं होने पर 28 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी गई है. इस संबंध में जिलाधीश के माध्यम से शासन को सूचना भेजी गई है. प्रतिनिधि मंडल में तहसीलदार के. के. भदाने, अपर तहसीलदार विशाल सोनवने, नायब तहसीलदार पी.बी. तिवारी, सी.एन. वालके, एन.एस. चवरे, सीमा पाटने, अप्पासाहेब वनकडे, एन.ए. विठले, शरद हलमारे, अश्विनी नंदेश्वर, सहायक अधीक्षक संजय धार्मिक आदि का समावेश था.