Tungareshwar Mahadev Temple

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    वसई: वसई पूर्व स्थित तुंगारेश्वर (Tungareshwar) में जाने वाले पर्यटकों से वसूल किए जाने वाले प्रवेश शुल्क (Entry Fee) को आखिरकार राज्य शासन ने कम कर दिया है। पहले लोगों से 58 रुपए प्रवेश शुल्क वसूल किए जाते थे, जिसे घटाकर अब 30 रुपए कर दिया गया हैं। इसके लिए तुंगारेश्वर मंदिर प्रशासन (Tungareshwar Temple Administration) की ओर से लगातार राज्य सरकार से पत्र व्यवहार किया जा रहा था।

    वसई तालुका के पूर्व क्षेत्र में तुंगारेश्वर पर्वत है। इसी पर्वत पर तुंगारेश्वर महादेव का मंदिर है। दर्शनीय पहाड़ों की गोद में स्थित श्रीतुंगारेश्वर महादेव मंदिर को महाराष्ट्र सरकार द्वारा वर्ष 2000 में ‘क’ श्रेणी का पर्यटन क्षेत्र घोषित किया गया था। इस स्थान पर भक्त महादेव भगवान का दर्शन करने के लिए आते हैं। मंदिर वन विभाग के तुंगारेश्वर अभयारण्य में स्थित होने के कारण वन विभाग प्रत्येक भक्त और पर्यटक से प्रवेश शुल्क के रूप में 58 रुपए वसूल रहा है। ऐसे में तुंगारेश्वर महादेव मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को मोटी रकम चुकानी पड़ती है, लेकिन लिए जाने वाले शुल्क के बदले में कोई सुविधा नहीं दी जाती है। 

    शुल्क कम कराने के लिए मंदिर बोर्ड कर रहा था प्रयास 

    तुंगारेश्वर महादेव मंदिर के लिए जाने वाली तीन किमी पक्की सड़क, बीच में पड़ने वाले दो नालों पर पक्की पुलिया, शौचालय, पेयजल, चिड़ियाघर की सुविधा नहीं है। ऐसे में वन विभाग द्वारा महादेव के दर्शन करने के लिए जाने वाले भक्तों से प्रति व्यक्ति वसूल किए जाने वाले शुल्क को रद्द कराने के लिए श्रीतुंगारेश्वर मंदिर न्यासी बोर्ड लगातार प्रयास कर रहा था।

    राज्य सरकार ने जारी किया अध्यादेश 

     हाल ही में संपन्न हुए शीतकालीन सत्र में तुंगारेश्वर मंदिर न्यासी बोर्ड के अध्यक्ष रमेश घोरकना, पूर्व नगरसेवक मिलिंद घरत, विधायक हितेंद्र ठाकुर, विधायक राजेश पाटील ने वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार से मुलाकात कर इस समस्या की जानकारी दी थी। उस दौरान उन्होंने प्रवेश शुल्क कम करने का आश्वासन दिया था। गुरुवार को शासन ने इस संदर्भ में एक अध्यादेश जारी कर प्रवेश शुल्क 50 प्रतिशत कम किया है। अब भक्तों को 58 रुपए के बजाय 30 रुपए प्रवेश शुल्क देना पड़ेगा। इससे भक्तों को काफी राहत मिली है।