मुंबई : कोलाबा-बांद्रा-सीपज़ (Colaba-Bandra-Seepz) के बीच मुंबई की पहली अंडरग्राउंड मेट्रो (Underground Metro) का निर्माण कार्य तेजी से शुरू है। मेट्रो की टनलिंग पूरी होने के बाद कई सिविल वर्क और स्टेशन तेजी से आकार ले रहे हैं। मेट्रो-3 (Metro-3) के भुमिगत स्टेशनों का निर्माण कट एंड कवर पद्धति से किया जा रहा है। मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लि. (एमआरसीएल) की एमडी डॉ. अश्विनी भिड़े ने बताया कि 2023 में मुंबईकरों के लिए कोलाबा-बांद्रा-सीपज़ मेट्रो-3 का पहला चरण आरे से बीकेसी के बीच शुरू करने का प्लान है। इसके लिए दूसरी ट्रेन के सभी आठ कोच लाए जा चुके हैं। जल्द ही उन्हें इकट्ठा कर परीक्षण किया जाएगा। उल्लेखनीय है, कि पहली ट्रेन 1,500 किमी से अधिक का ट्रायल रन पूरा कर चुकी है। आंध्र प्रदेश के श्री सिटी के एल्सटॉम प्लांट में मेट्रो 3 के कोच तैयार हो रहे हैं। इस ट्रेन का आवश्यक परीक्षण 5 किमी में सारिपुट नगर और सहार में रैंप के बीच किया जाएगा।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर एस. के गुप्ता के अनुसार 54.5 किमी अप और डाउन लाइन की पूरी टनलिंग हो चुकी है। 17 टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) और 1,700 श्रमिकों की मदद से 33.5 किमी लंबी सुरंग का निर्माण 100% पूरा हो चुका है। इस कार्य में कुल 2,86,000 क्यूबिक मीटर कंक्रीट और 29,500 मीट्रिक टन स्टील का उपयोग किया गया है। इसके अलावा ट्रैक बिछाने का कार्य भी 50% तक पूरा हो चुका है।
The 2nd train set of 8 coaches for #MetroLine3 has arrived in the city from #Sricity,AndhraPradesh. All the 8 coaches have been unloaded & train TS02 has been formed @ the temporary facility of train delivery and testing track area of #MMRCL, set up at #SariputNagar, Aarey Colony pic.twitter.com/0Wk0ndZ3Xy
— MumbaiMetro3 (@MumbaiMetro3) December 29, 2022
एमआरसीएल को पुरस्कार
ओवरहेड कॉन्टैक्ट सिस्टम का 53% और विद्युत कनेक्शन प्रक्रिया स्थापना का 88% काम पूरा हो गया है। इसके अलावा, 105 मूविंग गैन्ट्री (एस्कलेटर) पूरे हो चुके हैं।19 लिफ्ट (लिफ्ट), 10 प्लेटफॉर्म स्क्रीन दरवाजे और 12 यात्री सूचना डिस्प्ले सिस्टम विभिन्न स्टेशनों पर स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा, सिस्टम में अन्य कार्य जोरों पर चल रहे हैं। सीएसएमटी, कालबादेवी, कफपरेड, विधानभवन, चर्चगेट और हुतात्मा चौक स्टेशन का काम तेजी से शुरू है। टनलिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस अवार्ड्स 2022 में पर्यावरण पहल के लिए एमआरसीएल को वार्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
प्रोजेक्ट का 80% काम
एमएमआरसीएल के अनुसार मेट्रो 3 प्रोजेक्ट का लगभग 80 % काम हो गया है। मेट्रो 3 के अंडर ग्राउंड स्टेशनों पर ट्रैक बिछाने के लिए लो वाइब्रेंट टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है, ताकि मेट्रो चलते समय भूमिगत स्टेशनों और ऊपर रोड पर भी पर भी कंपन न हो।
आरे में कार शेड
मेट्रो 3 के लिए आरे में कार शेड बनाने का काम भी तेजी से हो रहा है। 2024 तक इस मेट्रो डिपो के शुरू होने के साथ दूसरा चरण भी खोल दिया जाएगा।
मेट्रो 3 के बारे में
- कोलाबा-बांद्रा-सीपज़ तक लगभग 33.50 किमी लंबी मुंबई की पहली अंडरग्राउंड मेट्रो 3 है।
- मेट्रो मार्ग पर कुल 27 स्टेशन हैं, इनमें 26 स्टेशन अंडरग्राउंड और 1 जमीन के ऊपर।
- इस मेट्रो परियोजना की लागत लगभग 34 हजार करोड़ तक पहुंच गई है।
- यह मेट्रो लाइन वेस्टर्न और सेंट्रल रेल लाइन से कनेक्टिविटी का काम करेगी।
- अंडरग्राउंड होने के कारण ट्रैफिक समस्या से निजात मिल सकेगी।