
नागपुर. मध्य प्रदेश के सतपुडा टाइगर रिजर्व के चोरना गाभा क्षेत्र में एक जलाशय के समीप बाघ का शव मिला. शिकारियों ने बाघ की गर्दन काट दी. इस घटना के बाद ही केंद्रीय वन्य जीव अपराध नियंत्रण शाखा ने सभी बाघ अभयारण्यों के क्षेत्र निदेशकों और आसपास के क्षेत्रों के संबंधित अधिकारियों को सतर्क कर दिया है.
केंद्रीय वन्यजीव अपराध नियंत्रण शाखा ने महाराष्ट्र समेत मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के 13 बाघ अभयारण्यों को चेतावनी दी है. इसके चलते वन विभाग भी सतर्क हो गया है. सभी कर्मचारियों को अलर्ट रहने का आदेश दिया गया है. राज्य में मौजूद ताड़ोबा-अंधारी और पेंच टाइगर रिजर्व बाघों का सबसे बड़ा निवास स्थान है. अब यह शिकारियों के निशाने पर है. केंद्रीय वन्य जीव अपराध नियंत्रण शाखा को इसकी गुप्त सूचना प्राप्त हुई. इस कारण अलर्ट जारी किया गया.
7-8 वर्ष पहले महाराष्ट्र में शिकारियों की संख्या बढ़ गई थी. उस दौरान मध्य प्रदेश से आए शिकारी निरोड़ों ने मेलघाट, ताडोबा, पेंच टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बड़ी संख्या में बाघों का शिकार किया था. परिणामस्वरूप 20 से 25 बाघ मारे गए. देश के विभिन्न हिस्सों से 60 से अधिक शिकारियों को गिरफ्तार किया गया. वन विभाग के हलचल में आने से जंगली जानवरों के शिकार पर काफी हद तक नियंत्रण लग गया था. वर्तमान में शिकारी फिर सक्रिय हो गए हैं.