Water Pipeline Damage
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    नाशिक : अप्रैल से अगस्त इन 5 महीने में 1 हजार 174 बार जलापूर्ति (Water Supply) की पाइप लाइन (Pipeline) लीकेज (Leakage) हुई। पाइप लाइन मरम्मत (Repair) के लिए 75 लाख रुपए का खर्च हुआ। इतने बड़े तौर पर जलापूर्ति की पाइप लाइन लीकेज होने से यह लीकेज नैसर्गिक या अनैसर्गिक ऐसा संदेह व्यक्त किया जा रहा है। पाइप लाइन पुरानी होने का दिखावा कर नई पाइप लाइन बिछाने के लिए यह सब होने की संभावना भी व्यक्त की जा रही है। गंगापुर, दारणा और मुकणे बांध से शहर को जलापूर्ति की जाती है। जलशुद्धीकरण केंद्र तक पानी लाया जाता है। इसके बाद आलम का उपयोग कर पानी शुद्ध किया जाता है। 115 जलकुंभ में स्वच्छ जलापूर्ति की जाती है। 2 हजार 700 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन से हर घर तक जलापूर्ति की जाती है। बांध से जलशुद्धीकरण केंद्र तक सीमेंट के पाइप लाइन द्वारा पानी लाया जाता है। इसके बाद स्टील की पाइप लाइन से जलापूर्ति की जाती है। गावठाण परिसर में नई पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू है।  सिडको में पाइप लाइन बिछाई गई है। नाशिक पश्चिम विभाग में नए नगरों की संख्या अधिक होने से नई पाइप लाइन बिछाने की प्रक्रिया लगातार शुरू है।  नाशिकरोड विभाग में भी नई पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू है। ऐसे में जलापूर्ति की पाइप लाइन लीकेज होने की घटनाएं बढ़ गई है। जलापूर्ति विभाग की रिपोर्ट में 1 अप्रैल से 31 अगस्त इन 5 महीने में 1 हजार 174 बार पाइप लाइन लीकेज होने की घटनाएं सामने आई है। सिडको विभाग में सबसे अधिक पाइप लाइन लीकेज हुआ है। सिडको में 369, पंचवटी 223, नाशिक पश्चिम 176, नाशिकरोड 171, सातपुर 147, नाशिक पूर्व 88 बार पाइप लाइन लीकेज हुई है। 

    इस कार्य पर अब तक 75 लाख रुपए खर्च किया गया है। जलापूर्ति की पाइप लाइन लीकेज होने की घटनाएं गंभीर है। परंतु जमीन के नीचे पाइप लाइन होने से लीकेज का कारण पता नहीं चल रहा है। जलापूर्ति पाइप लाइन लीकेज की घटनाएं बढ़ाकर बजट में होने वाले 4 करोड़ रुपए का प्रावधान खत्म करने या फिर जलापूर्ति की पाइप लाइन पुरानी होने की बात सिद्ध कर पाइप लाइन बदलने के लिए यह सब शुरू होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। 

    आकुंचन का परिणाम

    गर्मी के चलते पाइप लाइन में आकुंचन होता है। ऐसे में लीकेज की संभावना होती है। इसके चलते गर्मी के मई महीने में पाइप लाइन लीकेज की संभावना अधिक होती है। परंतु अन्य महीने में होने वाले लीकेज को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। मई महीने में 316, अप्रैल में 259, जून 257, जुलाई 173, अगस्त में 169 बार लीकेज हुआ है। 

    महानगरपालिका का निर्माण विभाग जिम्मेदार

    जलापूर्ति की पाइप लाइन लीकेज होने के लिए महानगरपालिका का निर्माण विभाग जिम्मेदार है। जो पाइप लाइन लीकेज हो रही है, वह पुरानी हो गई है।  सड़क खुदाई, ड्रेनेज का काम, महाराष्ट्र नेचरल गैस, भारत दूरसंचार निगम द्वारा कामकाज के लिए की गई खुदाई से ही पाइप लाइन लीकेज होने की बात की जा रही है।