
मनमाड: एक ओर जहां नासिक जिले के कुछ इलाकों में जोरदार बारिश होने के कारण कई बांध लबालब भरकर ओवर फ्लो हो गये हैं। वहीं दूसरी ओर मनमाड शहर में अब तक जोरदार बारिश का इंतज़ार हो रहा है। बारिश ना होने की वजह से शहर को जलापूर्ती करनेवाले वागदर्डी बांध का पानी समाप्त होने की कगार पर पहुंच गया है। वहीं दूसरी ओर भूमिगत जलस्तर तेजी से नीचे खिसकने के कारण बोरवेल भी बंद पड़ने लगे हैं। जिसके कारण शहर में पीने के पानी का संकट उत्पन्न हो गया है।
इस समय नपा द्वारा शहर में 18 से 20 दिन बाद जलापूर्ति की जा रही है। जिसके चलते शहर के सवा लाख लोगों को जल संकट का सामना करना पड रहा है। बारिश के अभाव में फसल बर्बाद होता देख किसानों की चिंता बढ़ गयी है।
मानसून शुरू होकर करीब तीन माह का समय बीत गया है। लेकिन रिमझिम बारिश छोड दी जाये तो अब तक मनमाड समेत समूचे नांदगाव तहसील में जोरदार बारिश नहीं हुई है। जिसके कारण शहर को जलापूर्ति करने वाले वागदर्डी बांध में बारिश का पानी नहीं आया। बांध की जल संरक्षण क्षमता 120 दस लाख घन फुट है।
लेकिन बारिश के अभाव में इस समय बांध में केवल 20 से 25 दस लाख घन फुट पानी शेष है। जिसमें करीब 10 से 12 दस लाख घन फुट पानी डेड स्टॉक है। बांध का पानी तेजी से कम होता देख नपा द्वारा शहर में 18 से 20 दिन ही जलापूर्ति की जा सकेगी। उधर भूमिगत जलस्तर भी कम होने लगा है। जिसके कारण कई बोरवेल बंद हो गये हैं। शेष बचे हुए बंद होने की कगार पर हैं। जिसके कारण शहर के सवा लाख नागरिकों पर भीषण जल संकट का सामना करने की नौबत आ गयी है। जोरदार बारिश नहीं होने के कारण खरीफ की फसलों पर उसका बुरा असर हो रहा है। कुछ फसले तो सूख गयी है जिसके कारण किसान भी संकट में आ गया है।