Electricity

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    पुणे: शहर के उपनगरीय क्षेत्र कात्रज (Katraj) में बिजली (Electricity) जाना वैसे तो आम बात हो गई है। लोगों को इसकी आदत सी पड़ गई है। पर पिछले हफ्ते से तो हद ही हो गई है। एक दिन में कम से कम दस बार तो बिजली गुल ही हो जाती है। ठंडी के महीने में पड़ रही गर्मी और उमस से परेशान स्थानीय लोगों की मुसीबत बार-बार कट रही बिजली से और बढ़ गई है।

     लोग बार-बार बिजली आपूर्ति कंपनी महावितरण (Mahavitaran) से शिकायत (Complaint) दर्ज कर रहे हैं, पर उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में सिवाय पसीना पोछने के अलावा स्थानीय लोगों के पास कोई और चारा नहीं बचा है।

    विद्यार्थी और वर्क फ्राम होम वाले हो रहे परेशान

    पिछले सप्ताह के सोमवार से कात्रज में  बिजली आपूर्ति कम कर दी गई है। जिसके चलते बार बार बिजली बाधित हो रही है। इसके चलते कोरोना काल से वर्क फ्रॉम होम कर रहे लोगों और ऑनलाइन शिक्षा ले रहे विद्यार्थियों को परेशानियों से दो चार होना पड़ता है। ऊपर से बिजली का दाब कम होने से इमारतों की लिफ्ट और  पानी की मोटरें भी नहीं चल पाती हैं। इसके चलते लोगों को पानी की किल्लत और अपने घरों तक में जाने में दिक्कतें हो रही हैं। बुजुर्गों को सीढ़ियों का सहारा लेकर पांच-पांच फ्लोर चढ़ने की नौबत आती है। नागरिकों की मांग है कि बिजली कंपनी तत्काल कार्रवाई करें और समस्या का निवारण करें। ताकि सभी कुछ सामान्य हो सकें।

    रात में भी बत्ती हो जाती है गुल

    कात्रज-कोंढवा रोड पर बड़े-बड़े भवन हैं। ऐसे में बार-बार बिजली गुल होने से नागरिकों को काफी परेशानी हो रही हैं। ऐसी ही एक इमारत अनीता रेसिडेंसी के रहिवासी अमित निकालजे कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि इस इलाके में बिजली अब जा रही है। यह सिलसिला काफी पुराना है। उसकी हमें आदत सी पड़ गई है। पर पिछले कुछ दिनों से तो हद ही हो गई है। दिन भर में करीब 10 बार तो छोटे-छोटे अंतराल के लिए बिजली कटती ही है। इसके चलते कभी-कभी सब्र का बांध टूट जाता है। बच्चे हैं जो ऑनलाइन पढ़ रहे हैं, उनकी शिक्षा बाधित होती है। उनकी मां बुजुर्ग हैं, जिन्हें बिजली कटने से लिफ्ट बंद होने से सीढ़ियों से गुजरना पड़ता है। जो असहनीय है।

    कई शिकायतें दर्ज कराईं पर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं

    शैलेश रामपरिया की शिकायत भी कुछ ऐसी ही है। वे कहते हैं कि रात में भी कई बार बिजली चली जाती है, अब सभी इमारतों में जनरेटर की व्यवस्था तो है नहीं और ना ही सभी के पास इन्वर्टर है। ऐसे में अंधेरे में रहना पड़ता है, भोजन करना पड़ता है। जनरेटर या इनवर्टर की सुविधा नहीं है और बिजली गुल होने पर उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है। इस संबंध में लोगों ने एमएसईडीसीएल से संपर्क किया और बाधित बिजली आपूर्ति के संबंध में कई शिकायतें दर्ज कराईं। पर अब तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। देखते हैं कब तक राहत मिलती है।

    समस्या का जल्द ही समाधान किया जाएगा

    बिजली आपूर्ति महावितरण का कहना है कि समस्या एक टूटे हुए ट्रांसफार्मर के तार के कारण हुई थी। हालांकि, समस्या को तुरंत ठीक कर दिया गया। पर येवलेवाड़ी केंद्र में एक केबल के कभी-कभी लोड शेडिंग के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित होती है। समस्या का जल्द ही समाधान किया जाएगा।