उल्हासनगर में डेवलपमेंट के नाम पर सैकड़ों पेड़ों की बलि!

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    उल्हासनगर : उल्हासनगर (Ulhasnagar) में डेवलपमेंट (Development) के नाम पर पचासों साल पुराने सैकड़ों पेड़ों (Trees) को काटने और पचीसों पेड़ों की संपुर्ण टहनियों की छंटाई किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था हिराली फाउंडेशन (Hirali Foundation) की अध्यक्ष सरिता खानचंदानी ने ऊक्त घटना को लेकर स्थानीय विठ्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन (Vitthalwadi Police Station) में शनिवार की शाम पत्र देकर महानगरपालिका (Municipal Corporation) के संबंधित महकमे के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।  

    ऊक्त मामले के संदर्भ में हिराली फाउंडेशन की अध्यक्ष सरिता खानचंदानी ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि उल्हासनगर 4 स्थित वीटीसी ग्राउंड की जमीन पर महानगरपालिका के माध्यम से स्टेडियम बनाए जाने का प्रस्ताव है। वहां दर्जनों पेड़ इस निर्माण की चपेट में आ रहे थे, इनमें प्रस्ताविक निर्माण कार्य में बाधक बने पेड़ों को काट दिया गया है और पपीते, खजूर जैसे छोटे पेड़ों को जड़ से उखाड़ दिया गया है। 

    उच्च न्यायालय में जनहित याचिका नंबर 155/2016 दायर 

    एनजीओ की संचालिका का कहना है कि पेड़ों को काटने से पहले नियमानुसार पेड़ लगाने पड़ते है लेकिन महानगरपालिका ने ऐसा कुछ किया नहीं है। वहीं  महानगरपालिका द्वारा पर्यावरण और अवैध तरीके से पेड़ों की कटाई के विषय को लेकर हिराली फाउंडेशन ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका नंबर 155/2016 दायर की है। उक्त समय महानगरपालिका ने उच्च न्यायालय में शपथ पत्र देकर यह कहा था कि दोबारा ऐसा नही होगा। लेकिन एकबार फिर महानगरपालिका प्रशासन द्वारा नियमों की अनदेखी की जा रही है। अवकाश होने के कारण महानगरपालिका के संबंधित विभाग के अधिकारी से प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हो सकी।