
मुंबई: शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बीच शीर्ष पद छोड़ने की पेशकश के कुछ घंटों बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बुधवार रात दक्षिण मुंबई के अपने आधिकारिक आवास से उपनगरीय बांद्रा स्थित पारिवारिक आवास ‘मातोश्री’ चले गए। दो दिन पहले शिंदे के विद्रोह के कारण उनकी सरकार के समक्ष उत्पन्न राजनीतिक संकट के बीच ठाकरे अपने आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ से परिवार के निजी बंगले ‘मातोश्री’ चले गए।
जब ठाकरे सरकारी आवास से बाहर निकल रहे थे तब नीलम गोरहे और चंद्रकांत खैरे जैसे शिवसेना नेता वहां मौजूद थे। जब वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने आधिकारिक घर से रात नौ बजकर 50 मिनट पर निकले तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और मुख्यमंत्री पर पंखुड़ियों की बारिश की।
#WATCH Maharashtra CM Uddhav Thackeray greets hundreds of Shiv Sena supporters gathered outside his family home 'Matoshree' in Mumbai pic.twitter.com/XBG0uYqYXu
— ANI (@ANI) June 22, 2022
इससे पहले उनके निजी सामान से भरे बैग को कई कार में लादते हुए देखा गया था। शाम को ‘फेसबुक लाइव’ में ठाकरे ने कहा था कि वह ‘वर्षा’ छोड़कर ‘मातोश्री’ में रहेंगे। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे नवंबर 2019 में मुख्यमंत्री बनने के बाद ‘वर्षा’ में रहने चले गए थे।
#WATCH Maharashtra minister & Shiv Sena leader Aaditya Thackeray shows victory sign on reaching 'Matoshree'#Mumbai pic.twitter.com/FtS3QOEJAY
— ANI (@ANI) June 22, 2022
हालांकि, शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि पार्टी विधायकों के एक वर्ग द्वारा विद्रोह के बावजूद ठाकरे इस्तीफा नहीं देंगे और आवश्यकता होने पर सत्ताधारी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेगा। राकांपा और कांग्रेस भी एमवीए का हिस्सा हैं।