उपजिला अस्पताल में स्त्रीरोग चिकित्सक नहीं, कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी

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आर्वी (श. सं.). स्थानीय उपजिला अस्पताल में स्त्रीरोग चिकित्सक नहीं है़ महिला की प्रसूति के दौरान अगर ऑपरेशन की जरूरत पड़ी तो महिला की जान को खतरा निर्माण हो जाता है़ जल्द उपजिला अस्पताल में स्त्रीरोग चिकित्सक उपलब्ध करें, इस मांग को लेकर कांग्रेस पदाधिकारियों ने पूर्व विधायक अमर काले के नेतृत्व में उपजिला अस्पताल में दस्तक दी़ जल्द मांग पूर्ण नहीं करने पर तीव्र आंदोलन किया जाएगा, ऐसी चेतावनी दी गई है.

आर्वी तहसीलस्थल पर उपजिला अस्पताल होने से शहर के साथ ही ग्रामीण विभाग के कई गांव स्वास्थ्य सेवा के लिए इसी अस्पताल पर निर्भर हैं, लेकिन अस्पताल में सुविधाओं का अभाव है़ अस्पताल को उपजिला का दर्जा होने के कारण महिलाओं के लिए प्रसूति की सभी सुविधाएं रखना जरूरी है़ फिर भी स्त्रीरोग चिकित्सक की व्यवस्था अस्पताल में नहीं की गई.

गांव देहातों से प्रसूति के लिए आने वाली ग्रामीण महिलाओं को निजी अथवा वर्धा के सेवाग्राम अथवा सावंगी(मेघे) अस्पताल में रेफर किया जा रहा है़ जिसमें करीब 40 से 50 हजार तथा इससे ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं. जिससे ग्रामीणों के सामने आर्थिक समस्या निर्माण हो रही है़ एक ओर सरकार द्वारा करोड़ों रुपयों का प्रावधान कर विभिन्न योजनाएं अमल में लाई जा रही है़, लेकिन आम गरीब जनता को इसका लाभ नहीं मिल रहा है़ इसके पूर्व कई बार पूर्व विधायक अमर काले ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक ली़, लेकिन मांग पूर्ण नहीं हुई, ऐसा ज्ञापन में कहा गया है.

जल्द निर्णय लें

शहर के साथ ही ग्रामीण विभाग के मरीजों को उपजिला अस्पताल में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है़ प्रसूति के दौरान महिलाओं की जान को खतरा बना रहता है़ जिससे जल्द स्त्री रोग चिकित्सक उपलब्ध करें, अन्यथा तीव्र आंदोलन करेंगे. 

-रामू राठी, पूर्व स्वास्थ्य सभापति, नप