Online game became the reason for the murder in Thane, Maharashtra, after the argument, the man murdered his own friend
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    • पुलिस ने 7 अपहरणकर्ता हत्यारों को किया गिरफ्तार

    यवतमाल. कलंब तहसील के तिरझडा गांव से अपह्त युवक सुरेश पवार 25 की अपहरणकर्ताओं ने हत्या कर दी.2 इस वारदात के बाद पुलिस ने इस मामलें में शामिल मुख्य अपहरणकर्ता उसके रिश्तेदार समेत 7 लोगों को पुलिस ने 48 घंटों के भीतर कब्जे में लेकर उन्हे गिरफ्तार कर अपहरण और हत्या मामलें का पर्दाफाश किया है.

    पुलिस ने बताया की सुरेश पवार को उसके तिरझडा स्थित घर में रात के दौरान घुसकर कार के जरीए उसका अपहरण किया गया था,जिसके बाद उसकी वडकी थानाक्षेत्र के तहत आनेवाले वर्धा नदी परिसर में गला दबाकर हत्या कर उसका शव नदी में फेंक दिया गया था.

    15 नवंबर की रात घटीत इस घटना के बाद 17 नवंबर को पुलिस जांच पडताल के दौरान सुरेश पवार का शव नदी पात्र से पुलिस ने बरामद कर जांच शुरु की थी.इस मामलें में कलंब पुलिस थाने में मृतक सुरेश पवार की पत्नी शालिनी सुरेश पवार की शिकायत पर पहले अपहरण का मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद इस मामलें में अब 7 आरोपीयों के खिलाफ अपहरण कर हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है.

    पुलिस ने बताया की अपहरण का मुख्य सुत्रधार मृतक सुरेश पवार का निकटतम कुचनकर नामक रिश्तेदार है जो पांढरकवडा के निकट एक गांव में रहता है.उसका कुछ समय पहले ही मृतक सुरेश पवार से घरेलु विवाद हुआ था, इसी पुर्व रंजीश के चलते आरोपी ने अपने पांढरकवडा के अन्य 6 साथीदारों के साथ मिलकर सुरेश पवार के अपहरण की साजीश रची थी.

    15 नवंबर को सफेद रंग की अटींगा कार से तिरझडा जाकर उसका अपहरण कर लिया गया,और इसी दौरान गाडी में ही उसका दुपटटे से गला दबाकर सुरेश की हत्या कर,इस मार्ग से गुजरते समय उसका शव वडकी थानाक्षेत्र में आनेवाले पैनगंगा नदी के पुल से नदी में फेंक दिया था.लेकिन पुलिस ने अपनी जांच कुशलता के आधार पर आरोपीयों का सुराग लगाकर उन्हे कब्जे में लेकर कडी पुछताछ की,तब आरोपीयों नें सुरेश पवार का अपहरण कर उसकी हत्या करने की  कुबुली दी.

    इस मामलें में एलसीबी यवतमाल को समांनांतर जांच के आदेश दिए गए थे, जिससे एलसीबी के पुलिस निरीक्षक प्रदिप परदेशी और दस्ते ने अपहरण स्थल पहूंचकर घटना की जानकारी ली, इस दौरान अपहरणकर्ता किस वाहन से आए थे, मृतक से किसका विवाद हुआ था,इसकी जांच पडताल शुरु की, साथ ही आरोपीयों का सुराग लगाने के बाद इंट्रोगेशन स्कील का ईस्तेमाल किया.

    जिसके बाद इस अपहरण और हत्या मामले का पर्दाफाश किया गया. इस कारवाई को ,एसपी डा.दिलीप पाटील भुजबल, अपर पुलिस अधिक्षक डा.खंडेराव धरणे, दारव्हा के एसडीपीओ आदित्य मिरखेलकर के मार्गदर्शन में एलसीबी के पुलिस निरीक्षक प्रदिप परदेशी, कलंब के पुलिस निरीक्षक अजीत राठोड, पांढरकवडा के पुलिस निरीक्षक जगदीश मंडलवार के नेतृत्व में एपीआय विवेक देशमुख, एपीआय योगेश रंधे, एपीआय अभय चौथनकर, पीएसआय किशोर मावस्कर, एपीआय संदिप बारंगे, एपीआय निलेश गायकवाड, पुलिसकर्मी बंडु डांगे, बबलु चव्हाण, उल्हास कुरकुटे, निलेश राठोड, सलमान शेख,किशोर झेंडेकर, प्रफुल दलवी, वसंता चव्हाण, आकाश मसलकर, छंक मनवर, सचिन काकडे ने अंजाम दिया.

    इस अपहरण और हत्याकांड के 48 घंओं के भीतर आरोपीयों का पर्दाफाश करनेवाले जांच दल को एसपी भुजबल द्वारा 25 हजार रुपयों का सी नोट प्रोत्साहन पुरस्कार घोषित किया है.