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    नयी दिल्ली/वाराणसी. जहाँ एक तरफ आगामी 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)  के दौरे को लेकर यहाँ, श्री विश्वनाथ कॉरिडोर (Shri Vishwanath Corridor) के आसपास के इलाकों को जोर शोर से रंगरोगन शुरू हो गया है। वहीं यह रंग भगवा रंग में किया जा रहा है।

    लेकिन अब रंग रोगन करने की इसी जल्दबाजी में रास्ते में आने वाली एक मस्जिद को भी रातों रात भगवा रंग से ‘रंग’ दिया गया। जब इस पर मुस्लिम धर्म गुरुओं ने विरोध जताया, जिसके बाद प्रशासन ने इसे अपनी गलती मान कर फौरन मस्जिद की सफ़ेद रंग में पुताई भी कर दी ।

    पता हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट श्री विश्वनाथ कॉरिडोर को लगभग 5 लाख वर्गफुट में बनाया जा रहा है, जिसे योजना अनुसार 3 भागों में बांटा गया है। इसमें पहला मुख्य मंदिर  परिसर उसके बाद मंदिर चौक और फिर घाट की तरफ जाने वाला वह रास्ता जिसके दोनों तरफ अनेकों इमारतें हैं और कुछ पुराने मंदिरों का भी जीर्णोद्धार किया जा रहा है। 

    बता दें कि इसे अहमदाबाद की PSP कंपनी तैयार कर रही है। इस पूरे प्रोजेक्ट में चुनार के बलुआ पत्थर, और राजस्थान के बालेश्वर स्टोन ग्रेनाइट का इस्तेमाल हुआ है। इसका लोकार्पण आगामी 13 दिसंबर को PMमोदी  द्वारा किया जाएगा। 

    गौरतलब है की विश्वनाथ कॉरिडोर के मंदिर परिसर को सिर्फ बड़ा ही नहीं बनाया गया है बल्कि उसे बहुत ही भव्य रूप भी दिया जा रहा है। इसके स्थापत्य में इसकी प्राचीनता भी खूब झलकती है। इसमें बड़े-बड़े मेहराबदार चार द्वार, ख़ूबसूरत नक्काशी वाले स्तंभ और प्रदक्षिणा पथ जिसमें अलग-अलग इलाकों के पत्थर लगाए गए हैं।

    वहीं मंदिर के परिसर में 27 संगमरमर के पैनल हैं जिनमें काशी का पुराना इतिहास भी झलकता है।इन सबके बीच प्रशासन ने मस्जिद को वापस ‘सफ़ेद रंग’ से पोत कर एक बड़े राजनीतिक द्वन्द हो होने से टाल दिया है।