File Photo
File Photo

    Loading

    मुजफ्फरनगर: केंद्र के तीनों कृषि कानूनों (Farms Law) के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) द्वारा मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) बुलाई गई। कोरोना वायरस की तीसरी लहर (Corona Virus Third Wave) के संभावित संकट के बीच आयोजित इस सभा में कोरोना नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। महापंचायत में आए लोगों से लेकर मंच पर मौजूद किसान नेताओं ने न मास्क लगाया हुआ था, न ही सोशल डिस्टन्सिंग का पालन किया। 

    मुजफ्फरनगर के इंटर गवर्नमेंट कॉलेज ग्राउंड पर आयोजित महापंचायत में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। इसके पहले सभा के लिए ग्राउंड पर बड़ा मंच बनाया गया था। इस सभा में आए किसी भी व्यक्ति ने न तो मास्क लगाया हुआ था, न ही सामाजिक दूरी का पालन किया था। लोगों को तो छोड़िये मंच पर मौजूद राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, मेधा पाटकर, दर्शनपाल सिंह, नरेश टिकैत सहित सैकड़ो नेताओं ने भी कोरोना नियमों की जमकर धज्जीयां उड़ाई।

    केंद्र पर लगाया देश बेचने का आरोप 

    भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने महापंचायत को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर देश बाचने का आरोप लगाया है। टिकैत ने कहा, “सरकार ने सड़क, बिजली, रेल सहित पूरे देश को बेच दिया है।” टिकैत ने आगे कहा, “हम संकल्प लेते हैं कि हम धरना स्थल को वहां (दिल्ली सीमा पर) नहीं छोड़ेंगे, भले ही हमारा कब्रिस्तान वहां बना हो। जरूरत पड़ने पर हम अपनी जान भी दे देंगे, लेकिन जब तक हम विजयी नहीं होंगे तब तक धरना स्थल नहीं छोड़ेंगे